कोरोना की जंग में हुए डॉक्टर्स की मौत को शहीद का दर्ज़ा देने की मांग की सीडा ने

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कोरोना मरीजों का इलाज करते हुए संक्रमित एक और युवा डॉक्टर योगेश गबेल की मौत

रायपुर (khabargali) चर्चित देश भक्ति पर आधारित फिल्म " बॉर्डर "के शहीद हुए सैनिक की कहानी तो आप जानते ही हैं । उसमें हीरो सुनील शेट्टी का एक सैनिक किरदार था, जिसे शादी के तुरंत बाद ही बॉर्डर में जाना पड़ता है और वहाँ दुश्मन सेना से लड़ते शहीद हो जाता है। कुछ ऐसी ही कहानी है अभी गत दिनों कोरोना से लड़ते हुए शहीद डॉ योगेश गबेल की। इनकी शादी अभी हाल ही में जून महीने में हुई थी और शादी के तुरंत बाद ही कोरोना से लड़ने के लिए उन्हें जंग में बुला लिया गया। जो लोग ये सोचते हैं कि डॉक्टर सही से काम नही करते, वो जरा पुनः सोचें।

सुदूर बस्तर अंचल में सेवा

अपने पैतृक जिला रायगढ़ से लगभग हज़ार किलोमीटर दूर बीजापुर के अतिसंवेदनशील नक्सलाइड क्षेत्र में भी ड्यूटी करने की चुनौती स्वीकार की। जो लोग ये सोचते हैं कि डॉक्टर्स गांव में नही जाना चाहते,वो असलियत को जानें।

कोरोना से इन्फेक्शन हुआ

डॉ योगेश की जुलाई माह में कोरोना वार्ड में ड्यूटी लगी थी। वहीं उन्हें कोरोना से इन्फेक्शन हुआ उसके बाद वे Home Quarantine हुए, जो कि अगस्त में खत्म हुई । फिर वे हॉस्पिटल जॉइन करने के तुरंत बाद ही पुनः कोरोना पॉजिटिव मरीज़ के सीधे सम्पर्क में आ गए। डॉ योगेश रैपिड एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए । उसके बाद वो Home Isolation में चले गए।

सीधे मौत की ख़बर

अचानक उनके रिलेटिव का फ़ोन आया कि डॉ योगेश गवेल फ़ोन नही उठा रहे हैं। घर जाकर देखने पर उनकी डेथ बॉडी मिली है। SILENT CORONA DEATH हुई चिकित्सक बताते हैं कि कोरोना से होने वाले Silent Death के कई कारण हो सकते हैं । उन्होंने बताया कि Pulmonary Embolism, Myocarditis, Ventricular Tachycardia, Cardiac Evetns, Silent Dyspnoea इसके मुख्य कारण हो सकते हैं ।

डॉक्टर्स की मौत को शहीद का दर्ज़ा देने की मांग की सीडा ने

सीडा के प्रेसीडेंट डॉ इक़बाल हुसैन ने प्रेस नोट जारी कर सरकार से निवेदन किया है कि मृत डॉक्टर्स को वो सम्मान तो मिलना चाहिए, जिसके वो जायज हक़दार है। ताकि किसी भी कोरोना वारियर्स को ड्यूटी से पहले ये सोचने को मजबूर न होना पड़े कि जान जोखिम में डालकर काम करने पर उसके परिवार वालों का क्या होगा। सरकार से हमारी मांग है कि

1. मृत डॉक्टर्स को शहीद का दर्जा दिया जाए, और उसे वो सभी सम्मान दिया जाए जो एक शहीद को मिलता है और जो विशिष्ट सेवा (Civilian Award) का पुरुस्कार सरकार द्वारा दिया जाता है,उनके परिवार वालो को प्रदान किया जाए और कोरोना वॉरियर के नाम से राजकीय सेवा पुरुस्कार चिकित्सा के क्षेत्र में प्रदान किया जाएI

2. राज्य सरकार द्वारा 1 करोड़ की राशि मृत डॉक्टर के परिवार को प्रदान की जाए एवम केंद्र सरकार ने जो हेल्थ वर्कर्स के जीवन को बीमित करने की घोषणा की थी। उस बीमा की राशि परिवार वालो को जल्द से जल्द प्रदान किया जाए। केंद्र सरकार ने इस संदर्भ में पत्र क्रमांक MoHFW(D.O. No.Z.21020/16/2020PH, dated 30th march 2020) एवं 3 अप्रेल 2020 के पत्र के उचित परिपालन का निर्देश निदेशक हेल्थ सर्विसेस को दिया जाए। ताकि बीमा राशि मृतक के परिवार वालो को जल्द से जल्द मिल सकेI

3. माननीय मुख्यमंत्री द्वरा पूर्व मे भी नियमों को शिथिल करते हुए शहीद व्यक्ति के परिजनों को द्वितीय वर्ग के पद नियुक्ति प्रदान की गई है। उसी प्रकार इस मामले में भी मृतक के परिवार वालो को द्वितीय वर्ग के पद पर अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान किया जावेI

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