नक्सल का बढ़ा दायरा, SRE की सूची में बालोद को हटाकर मुंगेली जिले को किया गया शामिल

Khabargali desk

मुंगेली(khabargali)। नक्सल प्रभावित सिक्योरिटी रिलेटेड एक्सपेंडिचर (SRE) की सूची में प्रदेश के बालोद जिले को हटाकर मुंगेली जिला को शामिल किया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर पुलिस मुख्यालय रायपुर से आदेश जारी किया गया है.

इसके साथ जिले को अलग से बजट और पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त संसाधन मिलेंगे. जिले का खुड़िया चौकी क्षेत्र नक्सल प्रभावित कवर्धा जिला और मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले की सीमा से लगा हुआ है.

डीआईजी एसआईबी नक्सल अभियान ओपी पाल ने बताया कि केंद्र सरकार नक्सल प्रभावित ज़िलों का एसेसमेंट कर निर्णय लेती है. केंद्र सरकार ने एसआरई ज़िले में बालोद की जगह मुंगेली को शामिल किया है. वहीं बालोद जिले के पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने बताया कि उन्हें बालोद जिले को एसआरई जिले से हटाए जाने के संबंध में पुलिस मुख्यालय से पत्र प्राप्त हुआ है.

वहीं दूसरी ओर बिलासपुर रेंज के आईजी रतनलाल डांगी के शुक्रवार को एकदिवसीय मुंगेली जिले के प्रवास पर पहुंचे थे. इस दौरान बीजेपी के कार्यकर्ताओं और खुड़िया क्षेत्र के ग्रामीणों ने खुड़िया चौकी को बंद नहीं करने की मांग को लेकर लिखित में ज्ञापन सौंपा. साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर जन आंदोलन की चेतावनी दी. पुलिस महानिरीक्षक ने मांग को जायज मानते हुए कहा कि किसी भी स्थिति में मुंगेली जिले को नक्सलियों के कब्जे में जाने नहीं दिया जाएगा.

पिछले विधानसभा सत्र के दौरान स्थानीय विधायक धर्मजीत सिंह ने खुड़िया चौकी के पुलिसकर्मियों के ग्रामीणों से मारपीट समेत अवैध वसूली का मामला उठाते हुए चौकी को डिंडौरी शिफ्ट करने की मांग की थी, जिसे गंभीरता से लेते हुए शासन स्तर पर खुड़िया चौकी को बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है.

इसके बाद से ग्रामीणों के साथ जनप्रतिनिधि भी विरोध में उठ खड़े हुए हैं. कांग्रेस पार्टी की जिला प्रभारी सीमा वर्मा समेत अन्य कांग्रेसियों ने गृहमंत्री से मिलकर खुड़िया चौकी को बंद नहीं करने की मांग कर चुके हैं.

बता दें कि खुड़िया चौकी मध्यप्रदेश की सीमावर्ती क्षेत्र पर मौजूद है, जहाँ अचानकमार टाइगर रिजर्व का घना जंगल है. पूर्व में यहां के जंगलों में नक्सल मूवमेंट की जानकारी पुलिस विभाग को मिली थी, जिसके बाद सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गयी थी.

इसके साथ ही क्षेत्र से जंगल के रास्ते मवेशियों की अवैध तस्करी धड़ल्ले से की जा रही है. यही नहीं खुड़िया पर्यटन के क्षेत्र में भी काफी प्रसिद्ध है, जहां दूर दराज से लोग पहुंचते हैं. ऐसे में पर्यटकों की सुरक्षा की दृष्टि से भी पुलिस चौकी का होना आवश्यक है.

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