50 करोड़ खर्चे से बने स्काई वॉक को ज़मीदोज़ करेगी भुपेश सरकार

Sky walk

भाजपा ने सरकारी धन की बर्बादी और बदले की राजनीति बता किया विरोध…

रायपुर (khabargali) भारी विरोध को देखते हुए भुपेश बघेल सरकार ने शहर में निर्माणाधीन स्काई वॉक को गिराने का निर्णय ले लिया है। सीएम बघेल नीति आयोग की बैठक में शामिल होने दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले यह बयान देते हुए कहा कि स्काई वॉक में लगने वाले एल्युमिनियम और एस्बेस्टस शीट उपयोग किया जाएगा।

कई दिनों से शहर के व्यस्ततम इलाके मे, बन रहै 50 करोड़ की लागत से बने स्काई वॉक को लेकर आखिरकार प्रदेश सरकार ने उसे तोड़ने का फैसला कर लिया है। शहर के कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओ ने स्काई वॉक के निर्माण को लेकर शुरुआत से ही अपना पुरजोर विरोध दर्ज कराया था। आखिरकार इन सामाजिक कार्यकर्ताओं की मांगे भूपेश बघेल सरकार ने मान ली हैं और, मेकाहारा चौक से शास्त्री चौक होते हुए जय स्तंभ चौक तक बन रहे डेढ़ किमी लंबे स्काई वॉक को तोड़कर जमींदोज़ करने का निर्णय लिया है।

जनहित का निर्णय, लोगो को मिलेगी राहत -कुणाल

शुक्ला आरटीआई एक्टिविस्ट और सामाजिक कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने इसे जनहित की लड़ाई बताते हुए स्काई वॉक तोड़ने के सरकार के निर्णय को आम लोगों की जीत बताया, उन्होंने कहा कि जिस इलाके में इसका निर्माण करवाया जा रहा था, वह पहले से शहर का सबसे अधिक भीड़भाड़ और हैवी ट्रैफिक दवाब वाला एरिया है। यह स्काई-वॉक एक तो सरकारी धन की फिजूल खर्ची थी,ऊपर से इसकी वजह से ट्रैफिक दवाब कम होने की जगह और बढ़ जाती । छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल ने जो इसे तोड़ने का निर्णय लिया है,उससे निश्चित तौर पर शहर के लोगों और बाहर से आने वालों को लाभ मिलेगा।

महत्वकांक्षी योजना को तोड़ना सरकारी धन की बर्बादी- संजय श्रीवास्तव

भाजपा नेता और एनआरडीए के पूर्व चेयरमैन संजय श्रीवास्तव ने भूपेश बघेल सरकार के स्काई वॉक तोड़ने के फैसले का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बदले की भावना से कार्य कर रही है।संजय श्रीवास्तव ने कहा कि डॉक्टर रमन सिंह की सरकार ने शहर में पैदल यात्रा करने वालों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए,इस महत्वकांक्षी योजना की नींव रखी थी और, उसे तोड़ना न केवल सरकारी धन की बर्बादी है, बल्कि इससे पदयात्रियों को शहर में मिलने सुविधाएं भी नहो मिल सकेंगी।

 स्काईवॉक, योजना पर एक नज़र….

इस स्काई वॉक को बनाने की कुल अनुमानित लागत लगभग 50 करोड़ तय थी।

यह अंबेडकर अस्पताल चौक, मल्टीलेवल पार्किंग, कोर्ट, डीकेएस अस्पताल और मोतीबागचौक से जुड़ने वाला था।

इस परियोजना को दिसंबर 2018 तक पूरा करना था। स्काईवॉक परियोजना को M / d HD एक्सप्रेस-वे लिमिटेड, लखनऊ स्थित कंपनी को दिया गया है।  

 

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