अब गिलास के सहारे नहीं मोटराइज्ड सायकल से चलेगी 12 वर्षिय गीता

Gita khabargali

गरियाबंद(khabargali)। छुरा विकासखंड के ग्राम छिदौली के कमार पारा में रहने वाली 12 वर्षीय दिव्यांग गीता नागेश की बचपन ही दोनों पैर के पंजे नहीं हैं. जब वह चलती तो पैरों से खून रिसता था. इससे बचने के लिए उसने गिलास को ही पंजा बना लिया था. यह कहानी जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तक पहुंची तो वे भावुक हो गए, उनसे रहा नहीं गया.

मुख्यमंत्री बघेल आज शाम वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दिव्यांग गीता नागेश से बात की. भूपेश ने कहा कि जब मुझे गीता के बारे में पता चला तो वो स्वयं भावुक हो उठे और उन्हें तत्काल उनकी इच्छा के अनुरूप बैटरी चलित मोटराइज्ड साइकिल उनके घर में पहुंचाकर देने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री के निर्देश पर समाज कल्याण विभाग द्वारा गीता के घर जाकर मोटराइज्ड सायकल प्रदान किया गया.

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मुख्यमंत्री ने गीता से बात करते हुए कहा कि विषम परिस्थिति में भी रास्ता निकाल लेना बड़ी बात है. उनकी हौसले की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे जरुरतमंद बेटी के साथ सरकार खड़ी है. बातचीत के दौरान गीता ने मुख्यमंत्री को गांव आने का न्योता दिया. मुख्यमंत्री ने स्कूल के बारे में जानकारी ली तो गीता ने कहा की अब वो इसी ट्रायसिकल से स्कूल जाएगी.

मौके पर मौजूद कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ने जानकारी दी कि अब उन्हें सामाजिक सुरक्षा पेंशन मई माह से मिलना प्रारंभ हो गया है. बच्ची के कृत्रिम पैर के लिए नाप ली गई है और एक सप्ताह में वह कृत्रिम पैर के सहारे चलने लगेगी.

गीता ने कहा कि अब वो बहुत खुश है और स्कूल खुलने का इंतजार कर रही है. अब वो मोटराइज्ड सायकल से ही स्कूल जाएगी.

बता दें कि गीता के दोनों पैरों में पंजा नहीं होने के कारण वो गिलास लगाकर चलती थी. जिससे असहनीय दर्द होता था. इस अवसर पर आदिवासी विकास परियोजना के अध्यक्ष संजय नेताम, जनपद छुरा अध्यक्ष तोकेशरी मांझी, उपाध्यक्ष मिश्रा, एसडीएम अंकिता सोम, जनपद सीईओ रुचि शर्मा, समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक देवांगन, सीएमएचओ डा नवरत्न मौजूद थे.

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