EXCLUSIVE: शराब खरीदने उमड़ी लोगों की भारी भीड़, प्रशासन मुस्तैद..ख़बरगली की ग्राउंड रिपोर्टिंग

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रायपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ शासन के आदेश के बाद आखिरकार सोमवार सुबह 8 बजे से छत्तीसगढ़ में शराब दुकानों का संचालन शुरू हो गया | वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से लम्बे समय से शराब न मिल पाने से परेशान मदिरा प्रेमी पूरे प्रदेश में जहां- जहाँ दुकानें खुली है वहाँ सुबह 6 बजे से दुकाने खुलने के इंतज़ार में लाइन लगाकर खड़े नज़र आये | सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने शराब की दुकानों में पुलिस बल सुबह से ही तैनात है। लेकिन दुकान खुलते ही इन पंक्तियों के लिखे जाने तक भीड़ बढ़ती गई।

राजधानी में कुछ ऐसा रहा माहौल

राजधानी रायपुर की बात करें तो शहर के अंदर स्थित शराब की दुकानें बंद थी, वही आऊटर की शराब दुकानें खुली हैं, जहां मदिरा प्रेमियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। कई जगह शराब खरीदने आने वाले लोगों को सैनिटाइजर देकर उनका हाथ धुलवाया देखा गया वहीं कुछ शराब दुकानों में महिला अधिकारियों की भी ड्यूटी लगी हुई है। रायपुर के शड्डू इलाके की शराब दुकान में लंबी कतार लगी हुई थी, जहां प्रीमियम रेंज की शराब खरीदने वाले निश्चित दूरी पर बनाए गए गोल घेरे में खड़े नजर आए, जहाँ लगभग 400 मीटर की कतार नज़र आ रही थी वहीं चीफ रेंज व देशी शराब काउंटर में लोग आसानी से शराब खरीद रहे थे।

शंकर नगर इलाके की कचना शराब दुकान में प्रीमियम रेंज में लंबी कतार नज़र आ रही थी, जहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोग कम ही नज़र आए, वहां बैरीकेटिंग तो की गई थी, लेकिन गोल घेरा नही होने के कारण लोग आपस मे लगभग सट कर कतार में लगे हुए थे, जिन्हें निश्चित दूरी पर खड़ा करने के लिए पुलिस के जवानों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही थी। कचना दुकान में चीफ रेंज की शराब खरीदने के लिए मदिरा प्रेमियों की भीड़ उमड़ी दिखी जो सोशल डिस्टेंसिंग का साफ उल्लंघन करते हुए पुलिसकर्मियों द्वारा बार बार खदेड़ा जा रहे थे।

रायपुर के लाभांडीह और टाटीबंध डुंडा स्थित शराब दुकान सहित आउटर की अन्य शराब दुकानों में भी बाहर कुछ ऐसा ही नज़ारा देखना को मिला | जहाँ दूर-दूर तक शराब खरीदने के लिए लोग कतार में खड़े नज़र आये | शराब दुकान के प्रांगण से लेकर मुख्य मार्ग तक शराब खरीदने के लिए लोगों की भारी भीड़ नज़र आ रही थी |

आपको बता दें कि रविवार को प्रदेश सरकार ने शराब दुकानों को खोलने का आदेश जारी किया था | शासन के आदेश के मुताबिक ये दुकाने सुबह 8 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक खुली रहेंगी | फ़िलहाल शासन ने गैर रिहायशी और शहर से दूर स्थित शराब दुकानों को ही खोलने का निर्णय किया है |

दुर्ग और कवर्धा में में नहीं खुली..

दुर्ग और कवर्धा में कोरोना पॉजिटिव के नए मामले सामने आने पर फिलहाल अगले आदेश तक वहां की शराब की दुकानों को बंद रखा गया है।

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन यहाँ कठिन

गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा निर्देश के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए प्रशासन मुस्तैद नज़र आया | लेकिन शराब लेने के लिए उमड़ी भीड़ के बीच सभी जगह इसका पालन कराया जाना पूरी तरह से संभव नज़र नहीं आ रहा | प्रदेश के अन्य जगहों से भी खबर आ रही है कि कई शराब दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है। अधिकांश दुकानों के बाहर गोला तो बनाया गया है लेकिन संख्या इतनी ज्यादा है कि गोला कम पड़ जा रहे हैं। भीड़भाड़ में लोग एक दूसरे के पास खड़े होकर शराब की खरीदी कर रहे है। जब तक पुलिस की टीम नहीं पहुंची लोग इधर उधर खड़े सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे थे लेकिन जैसे ही पुलिस पहुंची भीड़ कतारों में बदल गई। शराब की दुकानें के सामने बांस व बल्ली का रेलिंग बनाया गया है ताकि लोगों को एक निश्चित दूरी पर खड़ा रखा जा सके। भीड़भाड़ में लोग एक दूसरे के पास खड़े होकर शराब की खरीदी कर रहे है। मदिरालय में सोशल और फिजिकल डिस्टेंसिंग के बहुत ज़्यादा मायने नहीं होते। खूब लिखा गया है कि यही ऐसी जगह हैं जहां आकर सारी दूरियां खत्म हो जाती हैं ।

मदद लेने वाले लाइन में देखे गए

ख़बरगली के ग्राउंड रिपोर्टिंग में ये देखा गया कि शराब खरीदने के लिए इन लाइनो में अधिकतर वो लोग हैं जिन्हें लॉकडाउन के चलते संकट में जानकर सरकार व सामाजिक संस्थाओं से अनाज और राशन की मदद मिली है। लाइन में छोटे उम्र के बच्चे भी देखे गए।

कोरोना वॉरियर्स पुलिस यहां मुस्तैद

डीजीपी के कल जारी आदेश के बाद आज किसी भी चौक चौराहे पर पुलिस नहीं दिखी। जो पुलिस अभी तक चौक- चौराहों में कोरोना वॉरियर्स बन कर 24 घण्टे मुस्तैद थी अब सुबह से उन्हें यहां ड्यूटी देनी पड़ रही है।

चर्चा यह भी कि दूसरी दूकानों का क्या कसूर

गौरतलब है कि 24 मार्च के बाद से ही देशभर में लॉकडाउन की वजह से शराब की दुकानें बंद थीं. अब जब लॉकडाउन का तीसरा फेज़ आया है, तो शराब-पान-गुटखा की दुकानों को खोल दिया गया है ।हालांकि आम जनता में यह भी खूब चर्चा है कि जब लॉक डाउन में शराब दुकाने इतनी भीड़ के साथ जब खुल सकती है तो मध्यमवर्गीय, छोटे- बड़े दुकान और रोज कमाने खाने वालों की दुकान व व्यवसाय पर पाबंदी क्यों ?

सुबह 8 बजे ये था सीन

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समय बीतते तस्वीर बदल गई

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ये तश्वीरें आज की है पर सांकेतिक लगाई गई है.. ऐसा ख़बरगली ने आम लोगों की निजता का सम्मान करने के उद्देश्य से किया है।

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