नेपीडॉ (khabargali) म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप में मरने वालों की संख्या शनिवार को बढकऱ एक हजार हो गई। क्षतिग्रस्त कई इमारतों के मलबे से शव निकाले जा रहे हैं, जिससे मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। सरकार ने शनिवार देर शाम जारी बयान में बताया कि भूकंप से अब तक 1002 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 2376 घायल हैं। इसके अलावा 30 लोग लापता हैं। इस बीच अमरीका के जियोलॉजिकल सर्वे ने कहा है कि मौतों का आंकड़ा 10 हजार तक पहुंच सकता है।
स्थानीय न्यूज एजेंसी के मुताबिक 30 घंटे बाद भी मलबे में फंसे लोगों के चिल्लाने की आवाजें आ रही हैं। सेना और बचाव दल उन्हें निकालने की कोशिश मेें लगे हैं। उधर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भूकंप से 94 लोगों की मौत हो गई, हालांकि करीब 100 मजदूर अब भी लापता हैं। शुक्रवार को आए शक्तिशाली भूकंप का केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास था। शनिवार को म्यांमार में फिर भूकंप के झटके आए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.1 मापी गई। लगातार भूकंप के झटकों से लोग सहमे हुए हैं।
कुछ माह तक आ सकते हैं झटके
अमरीकी भूवैज्ञानिक जेस फीनिक्स ने बताया, भूकंप से 300 परमाणु बमों के विस्फोट के बराबर ऊर्जा बाहर निकली। फीनिक्स ने चेतावनी दी है कि भूकंप के झटके (आफ्टरशॉक) कुछ महीनों तक आ सकते हैं।
भारत ने भेजी 15 टन राहत सामग्री
संयुक्त राष्ट्र के अलावा कई देशों ने राहत सामग्री भेजी है। भारत ने 15 टन राहत सामग्री और एनडीआरएफ के 80 सदस्यों का दल मदद के लिए भेजा है। इसे ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ नाम दिया है।
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