पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने तत्काल किसानों को मुआवजा देने की मांग की
रायपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ में बारिश को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। 20 मार्च तक छत्तीसगढ़ में बारिश की स्थिति बनी रहेगी। मौसम विभाग ने 19 मार्च को प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश की संभावना जताई थी। इससे एक बार फिर किसानों की चिंता बढ़ गई है। बारिश और ओलावृष्टि के कारण कई जिलों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। बेमौसम बारिश दुर्ग जिले का धमधा क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। जिसके बाद पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने तत्काल किसानों को मुआवजा देने की मांग की है।
मंगलवार सुबह आसमान पर बादल तो छाए हुए थे लेकिन कुछ ही देर में बरसात के मौसम की तरह काले बादल आ गए और आधे घंटे तक जमकर बरसे। सुबह की पाली में परीक्षार्थी व आफिस जाने वालों को काफी परेशानी हुई। कल और आज की बारिश ने राज्य में फल,सब्जी व उन्हारी फसल की उपज को जमकर नुकसान पहुंचाया है। अभी एक दो दिन ऐसे ही हालात बने रहने की संभावना मौसम विभाग ने जतायी है। सोमवार रात भी रायपुर, बिलासपुर समेत प्रदेश के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है। वहीं मंगलवार को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और दुर्ग जिले के धमधा अंतर्गत ग्राम पारबोड़, खपरी व जाताघर्रा में ओले गिरे। यहां शाम करीब छह बजे से लगभग 40 मिनट तक ओले गिरे। इसके अलावा बेमेतरा, कवर्धा में भी वर्षा हुई।
19 को कहां कितनी बारिश हुई
राजस्व व आपदा प्रबंधन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बीते चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश में करीब 8.0 मिली मीटर औसत बारिश हुई है। इनमें सरगुजा में .7, सूरजपुर 9.0, बलरामपुर 3.6, जशपुर 7.1, कोरिया 10.5, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर 3.9, रायपुर 3.5, बलौदबाजार 15.5, गरियाबंद 0.0, महासमुंद 2.0, धमतरी 0.0, बिलासपुर 17.5, मुंगेली 10.8, रायगढ़ 13.3, सारंगढ़-बिलाईगढ़ 15.0, जांजगीर-चांपा 23.2, सक्ती 13.5, कोरबा 16.9, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही 10.7, दुर्ग 18.8, कबीरधाम 18.0, राजनांदगांव 0.7, मोहला मानपुर-अंबागढ़ चौकी 0.0, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई 24.8, बालोद 0.0, बेमेतरा 23.1 मिलीमीटर शामिल हैं। कुछ जिलों से बारिश की जानकारी नहीं आई है।
चिल्फी घाटी में जमकर बरसे ओले
सोमवार को मरवाही, गौरेला पेंड्रा, बैकुंठपुर, सूरजपुर, कोरबा, बिलासपुर, राजधानी रायपुर के अलावा दुर्ग और कबीरधाम जिले में भी जमकर बारिश हुई। गौरेला-पेंड्रा, कोरबा जिले के पोड़ीउपरोड़ा ब्लॉक के पसान क्षेत्र में जमकर ओले गिरे थे। वहीं चिल्फी घाटी में बारिश के साथ जमकर ओले भी गिरे।
20 को यहां होगी भारी बारिश
वहीं 20 मार्च को जशपुर, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर और नारायणपुर में भी बारिश संभावित हैं। बारिश की वजह से तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है। इधर बेमौसम बारिश से किसानों की चिंता भी बढ़ा दी है. उनके खेतों में पानी भर गया है। जन जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। बारिश की वजह से आमजनों के रोजमर्रा के काम भी प्रभावित हो रहे हैं।
मौसम बदलने की कई वजह
मौसम विभाग के अनुसार राजधानी सहित छत्तीसगढ़ में अचानक मौसम बदलने की कई वजह है। छत्तीसगढ़ में दक्षिण दिशा से काफी ज्यादा मात्रा में नमी पहुंच रही है। एक चक्रवाती सिस्टम पश्चिमी विदर्भ और आसपास के क्षेत्र में बना हुआ है। और समुद्र सतह से 1.5 किमी ऊपर सक्रिय है। एक द्रोणिका झारखंड से लेकर ओडिशा होते हुए उत्तरी तटीय आंध्रप्रदेश तक फैली हुई है। दूसरी द्रोणिका दक्षिण तमिलनाडु से लेकर पश्चिमी विदर्भ और आसपास के इलाके से होते हुए कर्नाटक तक है। इन वजहों से बारिश हो रही है। इससे पहले द्रोणिका के प्रभाव से सोमवार को रायपुर का मौसम बदल गया। रात को तेज हवाएं चलने और बारिश से तापमान में गिरावट आ गई। दो दिनों में अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आएगी।
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