आयकर छापे में फंसे कोयला कारोबारी सूर्यकांत का IT अधिकारियों पर गंभीर आरोप
रायपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ में हाल में पड़े आईटी छापे के बाद प्रदेश के सियासी गलियारों में चर्चित हुए छत्तीसगढ़ के कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने हैरान कर देने वाला खुलासा करते हुए आयकर अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया है। सूर्यकांत ने IT रेड के बाद पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की साजिश रची जा रही है, इसके लिए IT विभाग का इस्तेमाल किया गया। इधर डॉ रमन सिंह ने भी सूर्यकांत तिवारी जवाबी हमला बोला है। अब आगे देखना है कि ये आरोप- प्रत्यारोप राजनीतिक गलियारे में क्या रंग दिखाती है।
40-45 विधायकों की सूची बनाने कहा
सूर्यकांत ने कहा है कि उनके ठिकानों पर 30 जून को आयकर की रेड पड़ी। दावा किया कि कुछ अफसरों ने दबाव बनाया कि वो प्रदेश के 40-45 विधायकों की सूची बनाएं। विपक्ष के विधायकों के सहयोग से प्रदेश की सरकार बदल दी जाएगी। सूर्यकांत को प्रदेश का नया CM बना दिया जाएगा। दावा किया कि मुझे छत्तीसगढ़ का एकनाथ शिंदे बनाने के लिए आयकर अफसरों ने साम-दाम दंड भेद अपनाया। सूर्यकांत तिवारी ने बताया कि इनकम टैक्स के छापे के दौरान कहीं भी ऐसा नहीं होता है कि अधिकारी दबाव बनाये, मारपीट करे, लेकिन छापेमारी के दौरान इनकम टैक्स के अधिकारियों ने ना सिर्फ उनके परिवार को डराया-धमकाया, बल्कि उनके साथ मारपीट भी की।
सीएम हाउस से जुड़े अधिकारियों का नाम लेने कहा
सूर्यकांत तिवारी ने कहा कि छापे के दौरान आईटी के अफसर बार-बार उन पर ये दबाव बना रहे थे कि वो सीएम हाउस से जुड़े अधिकारी का नाम लें, आईटी के अफसर छत्तीसगढ़ में तख्तापलट करने की बात भी कह रहे थे। मुख्यमंत्री बनाने का प्रलोभन देते हुए उन्हें कहा गया कि उनके 40-45 विधायकों के साथ संबंध है, वो उन्हें लेकर छत्तीसगढ़ में तख्ता पलट कर दें। एकनाथ शिंदे की तरह उन्हें छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा।
रमन सिंह पर भी बोला हमला
कांग्रेस नेता ने कहा कि रमन सिंह 15 साल मुख्यमंत्री रहे हैं, उन्हें ये मालूम होना चाहिये कि किसी के घर पर आईटी की रेड पड़ने पर वो अपराधी नहीं हो जाता। बिना कोई सक्षम अधिकारी के अपराधी करार दिये ही रमन सिंह ने मुझे गिरफ्तार करने का फैसला सुना दिया। अगर मैं जेल जाऊंगा तो उसके बगल वाली सेल में उन्हें भी रहना होगा। क्योंकि उनके शासनकाल में जमीन घोटाला, ट्रांसफर घोटाला, विदेशों में उनके बेटे के नाम पर खाता, चिटफंड जैसे कई मामले थे। पैसा इतना था कि नोट गिनने की मशीन लगानी पड़ी थी। सूर्यकांत तिवारी ने आरोप लगाया है कि आईटी अफसर बार बार उन पर दवाब बना रहे थे कि किसी तरह से अधिकारियों का नाम लें, उनके कारोबार में उनका नाम भी जोड़ा जाये, ऐसा नहीं करने पर उन्हें प्रताड़ित किया गया।
मुझे कुछ हुआ तो जिम्मेदार आयकर और भाजपा
सूर्यकांत ने कहा कि मैं कई सालों से कोयला के कारोबार से जुड़ा हूं, यदि मुझ पर टैक्स की वसूली निकलती है तो मैं टैक्स दूंगा। कानूनी रूप से अपनी लड़ाई लडूंगा, मगर आयकर की कार्रवाई को सियासी रंग मत दीजिए। मुझे सत्ता परिवर्तन के लिए बलि का बकरा बनाया जा रहा है। मुझे या मेरे परिवार को कुछ हुआ तो जिम्मेदार आयकर के अफसर और वो नेता होंगे जो प्रदेश में सत्ता परिवर्तन करना चाहते हैं।
छापे में मिला 200 करोड़ का अवैध हिसाब
कोयला कारोबार से जुड़े सूर्यकांत तिवारी के रायपुर व महासमुंद स्थित मकान में आयकर विभाग ने जांच पड़ताल की है। कोरबा के भी कुछ कारोबारियों के ठिकानों पर रेड की कार्रवाई हुई। प्रदेश में हुई इस जांच के बाद आयकर विभाग की तरफ से कहा गया कि जांच में 200 करोड़ रुपये से अधिक कलेक्शन के सबूत मिले हैं। आयकर टीम ने जांच के दौरान 9.5 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित नकदी और लगभग 5 करोड़ रुपये के आभूषण जब्त किए हैं।
सोशल मीडिया में चला फ़ोटो वार
कांग्रेस के नेता सूर्यकांत को भाजपा का करीबी और भाजपा वाले उसे कांग्रेसियों का करीबी बताने के लिए तीन दिनों से सोशल मीडिया पर फोटो वार चलाया और अब इस मामले में नए तरह के खुलासे सूर्यकांत ने किए हैं।
डॉ. रमन ने लगाया आरोप
इधर सूर्यकांत तिवारी के हमले के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आरोप लगया कि कोयला माफिया सूर्यकांत तिवारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का करीबी है। डॉ. रमन ने गत 28 अगस्त 2021 के प्राइवेट प्लेन के पैसेंजर की लिस्ट जारी कर यह भी आरोप लगाया कि इस विमान में सूर्यकांत तिवारी भी था।
- Log in to post comments