रायपुर (khabargali) नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर देश भर में राजनीतिक सरगर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सीएए को लेकर एक खत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखा है. इस खत में नागरिकता संशोधन क़ानून (सीएए) को वापस लेने की मांग की गई है. इसमें कहा गया है कि सीएए का हर वर्ग विरोध कर रहा है. इससे आम जनता को परेशानी होगी. छत्तीसगढ़ में भी इसका प्रभाव काफी होगा. इसलिए जनहित को देखते हुए सीएए को वापस लिया जाए. कैबिनेट की बैठक से पहले महात्मा गांधी की पुण्य तिथि के दिन 2 मिनट मौन रखा गया.
सीएए के विरोध में मंत्रियो के द्वारा दुबारा प्रस्ताव आया
आज गुरुवार को भूपेश बघेल कैबिनेट की बैठक सीएम हाउस, रायपुर में हुई. बैठक के बाद वरिष्ठ मंत्री रविन्द्र चौबे ने मीडिया से चर्चा की. मंत्री चौबे ने बताया कि सीएए को वापस लेने के लिए सीएम भूपेश ने पीएम नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है. मंत्री ने कहा कि सीएए के अधिनियम को लेकर प्रदेश विरोध प्रदर्शन किये गये, जो शांतिपूर्ण रहे हैं. सभी संप्रदायो ने प्रदेश में इस अधिनियम विरोध किया है. मंत्रियो के द्वारा प्रस्ताव आया, सीएए में किये गये संशोधन का प्रस्ताव आया, प्रधानमंत्री को पत्र लिखा कर सीएए को वापस लेने की मांग की गई.
विधानसभा में भी लाएंगे प्रस्ताव
मंत्री रविन्द्र चौबे ने बताया कि सीएए के विरोध का प्रस्ताव छत्तीसगढ़ कैबिनेट ने पारित कर दिया है. इसे अब विधानसभा के बजट सत्र में भी शामिल किया जाएगा. संशोधन को आम जनता में देखे जा रहे विरोध के तहत वापस लिए जाने का अनुरोध भारत सरकार से करने का निर्णय लिया गया है. इसके तहत ही पीएम को पत्र भी लिखा गया है.
3 जनवरी की रात से शुरू राजधानी के जयस्तंभ चौक में विरोध जारी
गौरतलब है कि राजधानी के जयस्तंभ चौक में हर रात दो घंटे शाहीन बाग बन जाता है . जयस्तंभ चौराहे के एक कोने पर 3 जनवरी की रात से शुरू हुए सीएए के विरोध में हर रात में 9.30 बजे से 11.30 बजे तक के दो घंटे नागरिकता संशोधन कानून और एनपीआर-एनआरसी विरोधी नारे, गीत और तकरीरे सुनाई देती हैं. प्रदर्शन स्थल पर महिलाओं और बच्चों की तादाद भी धीरे- धीरे बढ़ती जा रही है.
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