इलेक्ट्रिक बाइक की बैटरी में अचानक हुआ धमाका ... ढह गई छत और पड़ोसी की दीवार, कई लोग हुए घायल

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जानें इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की वजहें और सावधानियां

मुंबई (khabargali) आजकल ई-बाइक का चलन काफी बढ़ गया है। इसमें इस्तेमाल होने वाली बैट्रियां कितनी सुरक्षित हैं इसका कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। बैटरी कब फट जाएगी कुछ कहा नहीं जा सकता। अगर आप भी इलेक्ट्रिक वाहन यूज करते हैं तो यह खबर आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है और आपको अपने वाहन को चार्ज पर लगाने के दौरान सावधान होने की जरूरत है। लगातार आ रही ऐसे मामले- आपने अक्सर सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो देखे होंगे जिसमें ई-बाइक की बैट्रियां ब्लास्ट कर गई होंगी। ताजा मामला महाराष्ट्र के ठाणे जिले का है जहां एक घर में इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल की बैटरी रखी हुई थी। जिसमें विस्फोट हो गया। इस घटना में वहां रहने वाली 28 वर्षीय महिला, पड़ोसी घर में रहने वाला 66 वर्षीय बुजुर्ग और 56 साल की एक महिला घायल हो गई हैं। मंगलवार की रात हुए विस्फोट के कारण मकान की छत और पड़ोस के मकान से सटी दीवार ढह गई है। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि इसे घर में चार्जिंग के लिए लगाकर रखा गया था या नहीं। विस्फोट के बाद जिस घर में बैटरी गिरी। सूचना मिलने के बाद स्थानीय दमकलकर्मी और आपदा प्रबंधन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। पिछले हफ्ते ऐसी ही घटना गुजरात के सूरत शहर में हुई जिसका वीडियो काफी वायरल हुआ। यह आग ई-बाइक की बैटरी में विस्फोट के कारण लगी थी।

इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की वजहें

1. शॉर्ट सर्किट

चार्जिंग और चलने के दौरा-न इलेक्ट्रिक वाहनों में आग की सबसे बड़ी वजह शॉर्ट सर्किट का होना है। शॉर्ट सर्किट से जो हैवी करंट बनता है, उससे बैटरी में आग लगती है। दरअसल, बैटरी का जॉइंट इतना टाइट नहीं होता है। बैटरी के टाइट न होने की वजह से भी शॉर्ट सर्किट होता है। टू-व्हीलर में 7kw तक का चार्जर यूज होता है, जो घरों में यूज होने वाले एयर कंडीशनर से करीब 5-7 गुना ज्यादा करंट वाला होता है।

2. प्लास्टिक कैबिनेट का पिघलना

इलेक्ट्रिक वाहनों में यूज होने वाली सभी बैटरी प्लास्टिक कैबिनेट के साथ आती हैं। जब ये गर्म होती हैं तब प्लास्टिक पिघलने लगता है। इस वजह से इसमें लगे सर्किट भी पिघलने लगते हैं और इससे आग लग जाती है।

3. कम हीट सिंक

ई वाहनों में लिथियम ऑयन बेस्ड बैटरी का इस्तेमाल होता है। लिथियम ऑयन से हीट ज्यादा निकलती है। ऐसे में इसके लिए शैल के ऊपर का कवर ज्यादा मजबूत होना चाहिए। एक्सपर्ट की मानें तो इसमें हीट सिंक का इस्तेमाल होना चाहिए, लेकिन अभी बैटरी ऑपरेटर्स इसका पालन नहीं कर रहे हैं।

4. तापमान अधिक होना

कई बार अधिक गर्मी की वजह से भी बैटरी हीट में आती है और आग लग जाती है। दरअसल, जब गाड़ी धूप में खड़ी रहती है तब उसका तापमान 70 डिग्री या उससे भी अधिक होता है। गाड़ी स्टार्ट करते वक्त मोटर का ज्यादा पावर लगता है। इससे तापमान और बढ़ता है। ऐसी स्थिति में भी कई बार आग लग जाती है।

इन बातों का रखें ध्यान

1. अगर स्कूटर की बैटरी चार्ज कर रहे हैं, तो उसे आउटर एरिया में चार्ज करें। बैटरी को कपड़े या लकड़ी के सरफेस पर न रखें। प्रयास करें कि बैटरी को वाहन से बाहर निकाल कर चार्ज करें।

2. बैटरी को चार्ज पर लगाकर पूरी रात चार्जिंग पर न छोड़ें। बैटरी फुल चार्ज होते ही उसे हटा दें।

3. ई-व्हीकल पानी में भीगने पर उसे चार्ज पर न लगाएं। वाहन या बैटरी के हिस्से को पूरी तरह से सूखने दें। सूखने के बाद ही चार्ज पर लगाएं।

4. वाहन चलाने के दौरान अगर स्मैल आए तो फौरन गाड़ी रोकें और सबसे पहले सीट को खोल दें ताकि अंदर की गर्मी बाहर निकल सके।