टीम मीटिंग में भी हो चुकी है किसान प्रदर्शन पर चर्चा: विराट कोहली
नई दिल्ली (khabargali)भारत में चल रहे किसान आंदोलन की चर्चा अब विदेशों में भी जोर पकड़ रही है. जैसी ही पॉपस्टार रिहाना ने ट्विटर पर लिखा कि 'हम भारत में किसानों के प्रदर्शन पर बात क्यों नहीं कर रहे हैं?' इसके बाद फिर क्या था इंटरनेशनल सेलेब्रिटीज से लेकर विदेशी मीडिया सब का फोकस किसान आंदोलन की तरफ है. भारत में जारी किसान आंदोलन पर इंटरनेशनल पॉप स्टार रिहाना के एक ट्वीट के बाद बहस छिड़ी हुई है. बॉलीवुड और स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के तमाम सितारे 'India together' ड्राइव में हिस्सा ले रहे हैं और अपनी-अपनी राय रख रहे हैं. बता दें कि रिहाना के किसान समर्थन और इंटरनेट बैन के खिलाफ ट्वीट के बाद ग्रेटा थनबर्ग, मीना हैरिस जैसी हस्तियों ने किसान आंदोलन के समर्थन में अपनी राय रखी. इसके बाद भारत में भी अक्षय कुमार, अजय देवगन, सुनील शेट्टी समेत कई बॉलीवुड सितारों ने अपनी राय रखी, जिसमें ये संकेत दिया गया कि ये वक्त एकजुट रखने का है. सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे दिग्गज क्रिकेटरों ने भी ट्विटर के जरिए अपने विचार रखे है.
सचिन ने लिखा
सचिन ने सोशल मीडिया पर कहा, "भारत की संप्रभुता से समझौता नहीं किया जा सकता है. बाहरी ताकतें दर्शक हो सकती हैं, लेकिन प्रतिभागी नहीं. भारतीय भारत को जानते हैं और भारत के लिए फैसला करना चाहिए. आइए एक राष्ट्र के रूप में एकजुट रहें." कप्तान कोहली ने ट्वीट करते हुए कहा, " असहमति के इस समय में हम सभी एकजुट रहें. किसान हमारे देश का एक अभिन्न हिस्सा हैं और मुझे यकीन है कि सभी पक्षों के बीच एक सौहार्दपूर्ण समाधान मिल जाएगा, ताकि शांति रहे और सभी मिलकर आगे बढ़ सकें."
विराट कोहली ने यह कहा
विराट कोहली ने गुरुवार को इंग्लैंड के खिलाफ होने जा रही टेस्ट सीरीज के पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान आंदोलन को लेकर भी बात की. एक पत्रकार ने कोहली से पूछा कि क्या किसान भी ड्रेसिंग रूम में होने वाली चर्चाओं का हिस्सा हैं? विराट ने जवाब दिया कि देश के हर मुद्दे पर हम चर्चा करते हैं. सब उस मुद्दे पर अपनी राय रखते हैं. यहां तक गेम प्लान और टीम प्लान के लिए होने वाली मीटिंग में भी हम इसपर बात कर चुके हैं.
शिखर धवन का कहना है..
शिखर धवन ने लिखा, " हमारे महान देश को फायदा हो ऐसे समाधान तक पहुंचना अभी सबसे जरूरी चीज है. आइए साथ खड़े रहें और एक बेहतर व सुनहरे भविष्य की तरफ आगे बढ़ें." अनिल कुंबले के यह है विचार पूर्व स्पिनर अनिल कुंबले ने लिखा, " दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में, भारत अपने आंतरिक मुद्दों को सौहार्दपूर्ण समाधानों तक ले जाने में सक्षम है."
आर पी सिंह का यह मानना है
पूर्व तेज गेंदबाज आर पी सिंह ने लिखा, " भारत में हमेशा सभी विचारों की एक महान परंपरा है. हम एक दूसरे से सहमत और असहमत हो सकते हैं, लेकन हमारे आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करना और कमेंट करना हम कतई पसंद नहीं करते. क्योंकि हम शायद ही कभी ऐसा करते हों."
प्रज्ञान ओझा ने भी अपने विचार रखे
प्रज्ञान ओझा ने कहा, " मेरा देश हमारे किसानों पर गर्व करता है और जानता है कि वो कितने अहम हैं. मुझे यकीन है कि इसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा. हमें हमारे अंदरूनी मामलों में किसी बाहरी शख्स के दखल की जरूरत नहीं हे."
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