मध्यभारत का सबसे बड़ा मेडिकल सेंटर बनने जा रहा है श्रीबालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस

Shri Balaji Institute of Medical Science, Raipur, Corporate Sector, Dr. Devendra Nayak, state-of-the-art facility, Director Nitin Patel, Dr. Prafulla Agnihotri, Dr. Vivek Wadhwa, Dr. Kaku Singh Bhatia, Dr. Balwinder Singh Chugh, Dr. Gupta, Dr.  Deepak Jaiswal, Dr. Virendra Patel, Himanshu Sahu, Chhattisgarh, Khabargali

श्री बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस कार्पोरेट सेक्टर की ओर बढ़ाया कदम : डाक्टर देवेंद्र नायक

रायपुर (khabargali) श्री बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस मध्यभारत का सबसे बड़ा अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस मेडिकल सेंटर बनने जा रहा है । जिसमें चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में सभी विभागों के डाक्टरों की टीम को शामिल किया गया है। 240 बैड का क्रिटिकल केयर यूनिट बनने जा रहा है। जिसमें हर समय 15 विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम कार्यरत रहेगी। जहां क्रिटिकल मरीजों को न्यूनतम शुल्क पर बेहतर सुविधाएं दी जाएगी।

श्रीबालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के चेयरमैन डॉक्टर देवेंद्र नायक ने श्रीबालाजी हास्पिटल में सुविधाओं के विस्तार पर आयोजित पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुये बताया कि श्रीबालाजी हॉस्पिटल पिछले 13 साल के उत्कृट सेवाओं का सफर तय करने के साथ अब क्रिटिकल केयर स्पेशियलिटी और इंटेंसिविस्ट की ओर आगे बढ़ रहा है। श्रीबालाजी हॉस्पिटल की 13 वर्षो की सफलता की जानकारी विस्तार से दी। इस अवसर पर डॉक्टर चेयरमैन देवेंद्र नायक, डायरेक्टर नितिन पटेल, डॉ. प्रफुल्ल अग्निहोत्री, डॉ. विवेक वाधवा, डा. काकू सिंह भाटिया, डॉ. बलविंदर सिंह चुघ, डॉक्टर गुप्ता, डॉ. दीपक जायसवाल, डॉ. विरेंद्र पटेल, हिमांशु साहू समेत कई वरिष्ठ चिकित्सक मौजूद थे। डॉ. देवेंद्र नायक ने श्रीबालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस की टीम में शामिल होने वाले क्रिटिकल केयर के वरिष्ठ डॉक्टर प्रफुल्ल अग्निहोत्री और कार्डियो सर्जन डाक्टर विवेक वाधवा के चित्किसीय सेवाओं की जानकारी दी।

डॉ. नायक ने बताया कि डॉ. अग्निहोत्री पिछले 30 वर्षों से क्रिटिकल केयर के क्षेत्र में 5 हजार से अधिक सर्जरी करने की उपलब्धियां हासिल की है। उनका हमारे इंस्टीट्यूट से जुडऩा सौभाग्य की बात है। मैं सभी डाक्टरों का हृदय से स्वागत करता हूं। जिन्होंने श्री बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के साथ आगे बढऩे में कंधे से कंधा मिलाकर सेवाएं देने के संकल्प के साथ जुड़े है।

डॉक्टर देवेंद्र नायक ने बताया कि डॉक्टर विवेक वाधवा 5 हजार से अधिक सर्जरी कर चुके है। वहीं डाक्टर अग्निहोत्री चिकित्सा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे देश में विख्यात है। जिनकी सेवाएं अब श्रीबालाजी हास्पिटल को मिलने जा रही है। यह खुशी की बात है कि हम पिछले 13 सालों से मरीजों की सेवा कर रहे है, अब अत्याधुनिक चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में कदम रखने जा रहा है। जहां क्रिटिकल केयर, कोर्डियोलॉजी के साथ अब श्री बालाजी हॉस्पिटल को हार्ट ट्रांसप्लांट की सुविधा की मंजूरी जल्द से जल्द सरकार से मिलने वाली है। श्री बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस कार्पोरेट सेक्टर में कदम रखने जा रहा है जहां मरीजों को बेहतर से बेहतर सेवाएं देने के लिए संकल्पबद्ध है। अभी श्री बालाजी हॉस्पिटल 180 डॉक्टरों की टीम सेवाएं दे रहे हे। अब अत्याधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में कदम रख चुके है, जहां क्रिटिकल केयर, कार्डियोलॉजी, हार्ट ट्रांसप्लांट भी उपलब्ध होने जा रही है।

पहले भी श्री बालाजी हॉस्पिटल में लीवर ट्रांसप्लाट सफलता पूर्वक हो चुका है। अब कार्पोरेट सेक्टर में कदम रखने के साथ हास्पिटल में वो तमाम सुविधाएं उपलब्ध होगी जिनके लिए मरीजों को बाहर जाना पड़ता था। छत्तीसगढ़ नया राज्य होने के साथ विकासशील प्रदेश है, जहां सरकार की नीतियों से नित नए विकास हो रहे है। इसी क्रम में श्री बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस कालेज होने से साथ-साथ हॉस्पिटल में भी अत्याधुनिक सुविधाओं का विस्तार करने जा रही है। जहां देश भर के विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम की सेवाएं मिलेगी। साथ ही सरकार की तमाम योजनाओं खूबचंद बघेल चिकित्सा सुविधा, आयुष्मान, ईएसआईसी, मुख्यमंत्री विशेष सहायता का लाभ मरीजों को दिया जा रहा है।

बारह सौ बिस्तर वाले अस्पताल में आसपास के मरीजों का बड़ी संख्या में आना इस बात को प्रमाणित करता है कि हमारी सेवाएं अन्य राज्यों की चिकित्सा सेवाओं से बेहतर है। जहां मरीजों ने इलाज के लिए बेहतर विकल्प के रूप श्री बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस का चयन कर रहे है। जहां बेहतर इलाज से स्वस्थ और संतुष्ट होकर अपने घर लौट रहे है। डॉक्टर देवेंद्र नायक ने केंद्र और राज्य सरकार की चिकित्सा नीति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि केंद्र सरकार की योजना है कि 2030 तक हर नागरिक को नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा मिले इस नीति पर फोकस कर रहे है वहीं राज्य सरकार ने मरीजों के लिए सभी तरह की सहायता उपलब्ध करा रही है। जो श्री बालाजी हास्पिटल में लागू है।

डॉक्टर नायक ने बताया कि श्री बालाजी हॉस्पिटल १२ सौ बिस्तरों का हॉस्पिटल ग्रुप और 150 सीटों वाला मेडिकल कालेज बन गया है। जिसमें जल्द ही 240 बिस्तरों का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक आईसीयू सेंटर बनाया जा रहा है। जहां छत्तीसगढ़ और उड़ीसा, सहित अन्य आसपास के राज्यों को शासकीय योजनाओं के तहत स्वास्थ्य योजनाओं से इलाज किया जाएगा। डॉ. नायक ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि प्रदेश के सबसे सीनियर क्रिटिकल केयर स्पेशियालिस्ट और इंटेंसिविस्ट डॉक्टर प्रफुल्ल अग्निहोत्री अब श्री बालाजी ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स से जुड़ गए है।

डॉ. नायक ने बताया कि डॉ. अग्निहोत्री के जुडऩे से अब क्रिटिकल केयर मैनेजमेंट में डाक्टरों को नई ऊर्जा मिलेगी। इसके अलावा डा. सोनल बाजपेयी भी अस्पताल के क्रिटिकल केयर में अगले महीने ज्वाइन करने वाले है। वहीं कार्डियक सर्जन के रूप में डॉ. विवेक वाधवा के ज्वाइनिंग से अस्पताल में ओपन हार्ट सर्जरी कराने वाले मरीजों को एक बड़ी सौगात मिलने वाली है। इसके अलावा डॉ. काकू सिंह भाटिया (एमडी.डीएम कार्डियोलॉजी) और डॉ. बलविंदजर सिंह चुघ के ज्वाइन करने के बाद अस्पताल का कार्डियक विभाग काफी मजबूत हो गया है। प्रदेश का सबसे बड़ा नाम डॉक्टर अग्निहोत्री चिकित्सा की दुनिया में डॉ. अग्निहोत्री का नाम देश में विख्यात है। डॉ. अग्निहोत्री की सीनियरटी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने 1982 में एमबीबीएस और 1986 में एमडी (एनेस्थीसिया) की डिग्री ली, तब से छत्तीसगढ़ में प्रेक्टिस कर रहे है। जब राजधानी में कोई बड़ा अस्पताल नहीं था, और रायपुर सहित पूरे प्रदेश के मरीज सेक्टर-9 अस्पताल पर निर्भर थे, तब डॉ. अग्निहोत्री ने 150 बैड के आईसीयू में क्रिटिकल केयर की भूमिका को बखूबी निभाया। यहीं कारण है कि डा. अग्निहोत्री के श्रीबालाजी हास्पिटल से जुडऩे से मरीजों और डाक्टरों को काफी लाभ मिलेगा।

5 हजार हार्ड सर्जरी के अनुभव वाले डॉ. विवेक वाधवा प्रोफेसर एंड हेड डिपार्टमेंट ऑफ कर्डियो वैस्कूलर एंड थोरसिक सर्जरी को 10 वर्षो से अधिक का अनुभव रखते है। उन्होंने अब तक 5 हजार से अधिक हार्ड सर्जरी की है। जिसमें वॉल रिपेयर सहित अन्य शामिल है। डॉ. वाधवा 25 से अधिक पीर रिव्यूड जर्नल्स के ऑथर भी है। इतना ही नहीं डॉ. वाधवा कीहोल सर्जरी के एक्सपर्ट माने जाते है। जिसमें मरीजों के सीने में छोटा सा चीरा लगाकर बड़ी से बड़ी सर्जरी की जाती है। जिसमें मरीज का खून कम बहता है, और मरीज को जल्द ही वेल्टिनेटर से आईसीयू और फिर जनरल वार्ड में शिफ्ट किया जा सकता है।

सबसे अहम बात यह है कि श्री बालाजी हॉस्पिटल में हार्ट की तमाम सर्जरी का लाभ मरीज शासन की योजना के तहत हेल्थ कार्ड से ले सकते है। इंटेंसिविस्ट आईसीयू केयर की गुणवत्ता में करता है सुधार एक इंटेसिविस्ट एविडेंस बेस्ट गाइड लाइन यानी साक्ष्य पर आधारित दिशा निर्देशों का पालन करता है। जिसमें मल्टी स्पेशियलिटी टीम एप्रोच भी शामिल है, इसके अलावा सर्वाइवल रेट या जीवन दर के साथ-साथ मरीजों के आउटकम में सुधार, जटिलताओं में कमी, आईसीयू में मरीजों के रहने की अवधि कम, मेडिकेशन सुरक्षा में बढ़ोत्तरी सहित अन्य इंटेंसिविस्ट मरीज के सर्जरी से पहले और सर्जरी के बाद भी अहम योगदान निभाते है।

भारत में अधिकतर इंटेंसिविस्ट एनेस्थिसियोलॉजिस्ट है, क्योंकि वे एवे वसोप्रेस्सर और पेन मैनेजमेंट आदि में प्रशिक्षित है जो क्रिटिकल केयर का जरूरी हिस्सा माने जाते है। वे हृदय और स्वशन के रिससिटेशन में भी दक्ष होते है।

आईसीयू और कैर्डियक यूनिट की प्रमुख विशेषताएं

67 हाई एंड वेंटिलेटर, 30 बिस्तरों का ट्रामा आईसीयू, 50 बिस्तरों का डायलिसिस यूनिट, बर्न यूनिट, हेम फिल्टर युक्त आईसीयू जिसमें न्यूनतम क्रॉस इंफेक्शन कैथ लैब, मिनिमल इनवेसिव कार्डियक सर्जरी (एमआईसीएस), कोरोनरी आर्टरी सर्जरी, वाल्स रिप्लेसमेंट सर्जरी, कंजेनिटल हार्ट सर्जरी आदि शामिल है।

Category