स्व. कश्यप की स्मृति में संचालित मेकॉज का नाम बदलने का इरादा राजनीतिक ओछापन का : भाजपा

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साय, डॉ. रमन और कौशिक ने प्रदेश सरकार की नीयत पर उठाए सवाल, कहा- स्व. कर्मा के नाम पर नई योजना शुरू करें, हम स्वागत करेंगे

रायपुर (khabargali) भारतीय जनता पार्टी ने जगदलपुर के स्व. बलीराम कश्यप स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल का नाम बदलने के प्रदेश सरकार के इरादों को उसके राजनीतिक ओछेपन का शर्मनाक प्रदर्शन बताया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने पूरे कार्यकाल में केवल राजनीतिक प्रतिशोध की लपटों में ही झुलसती नज़र आ रही है। कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने अपने दम पर एक भी ऐसा काम नहीं किया है, जो प्रदेश के लोककल्याण की दृष्टि से मिसाल के तौर पर गिनाया जा सके।

श्री साय ने कहा कि भाजपा शासनकाल के कामों पर यह प्रदेश सरकार नाम बदल-बदलकर अपनी झूठी वाहवाही लूटने की बदनीयती का परिचय दे रही है और अब प्रदेश, विशेषकर बस्तर का आदिवासी समुदाय इसके लिए इस प्रदेश सरकार को कभी माफ़ नहीं करेगा। भाजपा बस्तर के शहीद कांग्रेस नेता स्व. महेंद्र कर्मा के प्रति अपनी पूरी श्रद्धा व्यक्त करते हुए चाहती है कि स्व. कर्मा की स्मृति को चिरस्थायी बनाए रखने के लिए प्रदेश सरकार लोककल्याण की कोई और सार्थक योजना उनके नाम पर शुरू करें, हम और हमारी पार्टी इसका स्वागत और समर्थन करेंगे।

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश की इस कांग्रेस सरकार को जगदलपुर के चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल का नाम बदलने की बड़ी राजनीतिक क़ीमत चुकानी पड़ेगी। प्रदेश सरकार का समूचा राजनीतिक चरित्र 'बदलापुर की राजनीति' से दाग़दार है और इस बार नाम बदलने की बात कहकर प्रदेश सरकार ने अपने आदिवासी विरोधी होने का प्रमाण दे दिया है। डॉ. सिंह ने सवाल किया कि यह प्रदेश सरकार आख़िर अपने दम पर कोई ठोस काम करने के बजाय कब तक भाजपा शासनकाल की योजनाओं के नाम बदलकर उसे अपनी उपलब्धि बता-बताकर उधार की राजनीतिक साँसों पर चलेगी? स्व. बलीराम कश्यप बस्तर के जननायक थे और उनके नाम पर संचालित चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल का नाम बदलना स्व. कश्यप के राजनीतिक योगदान आदिवासियों की भावनाओं का घोर अपमान है, जिसे क़तई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में 20हज़ार करोड़ रुपए ज़नरेट करने के बड़बोलेपन वाली प्रदेश सरकार की हक़ीक़त यह है कि राजनीतिक प्रतिशोध में अंधी हो चली प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने पहले तो भाजपा शासनकाल की जनहितकारी स्वास्थ्य योजनाओं को बंद कर दिया और युनिवर्सल हेल्थ स्कीम जैसे सियासी जुमले उछाल कर प्रदेश के ज़रूरतमंदों के साथ छलावा ही किया। प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएँ दिन-ब-दिन दम तोड़ रही हैं, भ्रष्टाचार के नित-नये मामले सामने आ रहे हैं और प्रदेश सरकार व उसके स्वास्थ्य मंत्री नित-सियासी लफ़्फ़ाजियों से ही बाज नहीं आ रहे हैं।

श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश आज भी कोरोना संक्रमण से दहशतज़दा है और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री वैक्सीन को लेकर प्रदेश में जनस्वास्थ्य के साथ घिनौने खिलवाड़ पर आमादा हैं। श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ मुहैया कराने में नाकारा साबित हो रही कांग्रेस सरकार अब फिर नाम बदलने की ओछी राजनीति कर रही है। प्रदेश सरकार जगदलपुर के चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल का नाम बदलकर न केवल स्व. कश्यप और स्व. कर्मा के साहसिक राजनीतिक व्यक्तित्व का अनादर कर रही है, अपितु बस्तर समेर प्रदेशभर के आदिवासी समुदाय की भावनाओं का मखौल उड़ा रही है।