BREAKING : बस्तर में भाजपा हुई " 0".. देवती ने 11192 वोटों से जीता दंतेवाड़ा..पढ़िए विस्तार में...

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दंतेवाड़ा से लेकर राजधानी रायपुर में कांग्रेस पार्टी में जश्न का माहौल 

दंतेवाड़ा उपचुनाव में पूरा प्रशासनिक तंत्र कांग्रेस के साथ था- पूर्व मुख्यमंन्त्री रमन सिंह 

दंतेवाड़ा/ रायपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ विधानसभा की दंतेवाड़ा सीट पर एक बार फिर से कांग्रेस  प्रत्याशी देवती कर्मा ने अपनी जीत दर्ज कर अपने विधायक बन दंतेवाड़ा से लेकर राजधानी रायपुर में कांग्रेस पार्टी में जश्न का माहौल ला दिया है। क्षेत्र की जनता ने फिर से कांग्रेस पर भरोसा जताया है. कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा को इस चुनाव में 11192 वोटों से बड़ी जीत मिली है. देवती कर्मा पहले राउंड से ही आगे रहीं. पहले राउंड में 17 सौ वोटों से शुरू हुआ बढ़त का सिलसिला अंतिम राउंड तक बरकरार रहा. बीस राउंड में बीजेपी को केवल दो राउंड ऐसे मिले जहां उसने बढ़त हासिल की, पर यह बढ़त टोटल लीड को थोडा सा ही कम कर पाई, और लीड बढ़ते बढ़ते 11192 पर ही थमी।  देवती महेन्द्र कर्मा को जनता के 50028 वोट मिले और ओजस्वी भीमा मंडावी को  कुल 38836 वोट मिले। गौरतलब है कि इससे पहले देवती कर्मा 2013 से 2018 तक दंतेवाड़ा की विधायक रह चुकी हैं. 

चौथे नंबर पर नोटा रहा

बीजेपी और कांग्रेस के अलावा उपचुनाव में 7 अन्य प्रत्याशी भी मैदान में थे। तीसरे नंबर पर सीपीआई के भीमसेन मंडावी रहे. भीमसेन को 7664 वोट मिले। चौथे नंबर पर नोटा रहा. नोटा को 5779 वोट मिले।

जोगी कांग्रेस और बसपा का बुरा हाल

दंतेवाड़ा उपचुनाव में अजीत जोगी की पार्टी के जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे (जोगी कांग्रेस) के प्रत्याशी सुजीत कर्मा को जनता ने बुरी तरह नाकार दिया. सुजीत कर्मा को 1393 वोट मिले. इनके अलावा बसपा के हेमंत पोयाम को 1252 वोट, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के अजय नाग को 3457 वोट, आम आदमी पार्टी के बल्लूराम भावानी को 1533 वोट, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के योगेश मरकाम को 2119 वोट और निर्दलीय प्रत्याशी सुदरुराम कुंजाम को 2545 वोट मिले.

देवती को बधाई देने के लगा तांता 

देवती कर्मा की जीत के बाद वे दंतेवाड़ा कांग्रेस कार्यालय पहुंची हैं।जहां देवती कर्मा का छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने मिठाई खिलाकर कर उन्हें  जीत की बधाई दी है।कांग्रेस कार्यालय में देवती कर्मा को बधाई देने के लिए कार्यकर्ताओं का तांता लगा हुआ है। दंतेवाडा कार्यालय में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त जोश देखने को मिला रहा है।इस मौके पर कार्यालय में जश्न का माहौल कार्यालय के बाहर फटाके फोड़कर ढोल नगाड़ों के साथ जीत का जश्न मनाया जा रहा है।

बस्तर में बीजेपी पार्टी का सूपड़ा साफ ..

मौजुदा स्थिति में बलिराम कश्यप के समय जो बस्तर भाजपा का गढ़ था, इस जीत के साथ बस्तर में बीजेपी पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया है।बस्तर की सभी 12 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा हो गया है। दंतेवाड़ा में बीजेपी एक के बाद एक गल्तियां करती रही। जहां चुनाव प्रभारी भी बस्तर से बाहर के लोगो को बनाया। कांग्रेस द्वारा बस्तर में प्रचारित किया गया कि 15 साल के शासन के बाद भी भाजपा को अपने किसी नेता पर भरोसा नहीं रहा। चुनाव प्रचार में भाजपा पार्टी के कई नेता दंतेवाड़ा गए ही नहीं। वहां के लोकल नेताओं को भी भाजपा ने आगे नहीं किया। न ही वैसा पैसा खर्च किया गया जो लोकसभा चुनाव में बीजेपी नेताओं ने किया। भाजपा का टीम वर्क तो दूर-दूर तक नदारद था। क्षेत्र में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने दिन दूनी रात चौगनी मेहनत की वहीं भाजपा अध्यक्ष विक्रम उसेंडी बतौर अध्यक्ष ज्यादा उत्साहित नहीं दिखे । छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 में दंतेवाड़ा सीट पर कांग्रेस को बीजेपी प्रत्याशी भीमा मंडावी से हार का सामना करना पड़ा था. बस्तर संभाग की ये इकलौती ऐसी सीट थी, जहां कांग्रेस को हार का समाना करना पड़ा था. हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा और बीजेपी के भीमा मंडावी के बीच वोटों का अंतर 3 हजार से भी कम था. इसके बाद लोकसभा चुनाव 2019 में प्रचार से लौट रहे विधायक भीमा मंडावी की 9 अप्रैल को नक्सलियों ने हत्या कर दी. इसके बाद से ये सीट खाली थी. इस पर उपचुनाव में बीजेपी ने भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी और कांग्रेस ने देवती कर्मा को प्रत्याशी बनाया.

उपचुनाव में पूरा प्रशासनिक तंत्र कांग्रेस के साथ था- रमन सिंह

इस परिणाम पर पूर्व मुख्यमंन्त्री रमन सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दंतेवाड़ा उपचुनाव में पूरा प्रशासनिक तंत्र कांग्रेस के साथ था। मुझे भी कई सभाओं में जाने से रोका गया, लेकिन कॉंग्रेस के लिए कही कोई परेशानी नही आई। हालांकि जीत तो जीत होती है, इसलिए मैं देवती कर्मा को जीत की बधाई देता हूँ।

दंतेवाड़ा में कांग्रेस की जीत बस्तर के लोगों की जीत - त्रिवेदी

कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा की भारी मतों से जीत का स्वागत करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि बस्तर में शांति की बहाली और खुशहाली का जनता ने पंजा छाप पर बटन दबाकर स्वागत किया। यह भूपेश बघेल सरकार के सकारात्मक कार्यो की जीत है।  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम का नेतृत्व भी भूपेश बघेल के नेतृत्व की ही तरह कांग्रेस के लिये शुभ साबित हुआ है। चुनाव घोषणा के पहले से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने दंतेवाड़ा के बूथ अध्यक्षों की बैठकें ली और चुनाव के अंत तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मेहनत की। शैलेश नितिन त्रिवेदी ने आगे कहा कि अंतागढ़ से लेकर दंतेवाड़ा चुनाव परिणाम पर रमन सिंह जी के ताजातरीन बयान से स्पष्ट है कि भाजपा नेता लोकतंत्र का सम्मान करना जानते ही नहीं। रमन सिंह जी ने ऐसा बयान देकर दंतेवाड़ा के मतदाताओं के जनादेश का अपमान किया है। रमन सिंह-शिवरतन शर्मा और ओपी चौधरी की तिकड़ी पर भरोसा करना भाजपा पर भारी पड़ा। नान घोटाला, अडानी को लोहा खदान सौपना और डीएमएफ घोटाले के गुनाहगारों पर भरोसा भाजपा को ले डूबा। रिकार्डिंग से लेकर झूठी शिकायतों का भाजपा का झूठ तंत्र दंतेवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में 11000 से अधिक वोटों से परास्त हुआ है।

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