रायपुर (खबरगली) छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड से जुड़ा एक संवेदनशील मामला सामने आया है। अल-फलाह नामक संस्था के पंजीकरण को लेकर बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने गंभीर आशंकाएं जताई हैं और गृह मंत्री विजय शर्मा को पत्र लिखकर जांच की मांग की है। अल-फलाह संस्था पर संदेह, गुड़गांव बम ब्लास्ट से जुड़ा नाम* डॉ. सलीम राज ने बताया कि अल-फलाह संस्था पहले गुड़गांव (हरियाणा) में सक्रिय थी। हाल ही में गुड़गांव में हुए बम ब्लास्ट के सिलसिले में इस संस्था का नाम संदेहास्पद रूप से सामने आया था। अब यही संस्था छत्तीसगढ़ में पंजीकरण के लिए आवेदन कर रही है।
मुस्लिम जमात ने भी की शिकायत
डॉ. सलीम राज ने बताया कि दुर्ग जिले में मुस्लिम जमात की ओर से इस संस्था के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। उनका मानना है कि संस्था कुछ गलत गतिविधियों में शामिल हो सकती है। इसलिए इसे राज्य में पंजीकृत नहीं किया जाना चाहिए। साथ ही यह संस्था दिल्ली स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी से भी जुड़ी हुई बताई जा रही है।
जांच के बाद ही होगा पंजीकरण
डॉ. सलीम राज ने स्पष्ट किया कि पुलिस और प्रशासन द्वारा जांच के बाद ही इस संस्था का पंजीकरण किया जाएगा। वक्फ बोर्ड ने सर्वे पूरा कर लिया है और पंजीकरण के लिए उपलब्ध दस्तावेजों का मिलान किया जाएगा।
नई वक्फ अधिनियम के तहत सख्त प्रक्रिया
डॉ. सलीम राज ने कहा कि वक्फ बोर्ड के पोर्टल पर पंजीकृत संपत्तियों की पूरी जानकारी उपलब्ध है, जिसमें विवादित संपत्तियां और उनका किराया स्पष्ट लिखा होता है। नई वक्फ अधिनियम के अनुसार पंजीकरण प्रक्रिया दो महीने के भीतर पूरी करनी अनिवार्य है। यदि पंजीकरण नहीं किया गया तो कड़ी कार्रवाई होगी और जरूरत पड़ने पर FIR भी दर्ज की जाएगी।
सावधानी जरूरी: विवादित संस्थाओं को कानूनी संरक्षण न मिले
डॉ. सलीम राज ने कहा कि इस तरह की सावधानी इसलिए जरूरी है ताकि विवादित या संदिग्ध गतिविधियों से जुड़ी संस्थाओं को कानूनी संरक्षण न मिल सके। मामला अब पुलिस और प्रशासन की जांच के अधीन है और गृह मंत्री विजय शर्मा को भेजे गए पत्र के बाद आगे की कार्रवाई की उम्मीद है।
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