छत्तीसगढ़ी सिनेमा के पचास साल बुक विमोचित

Chhattisgarhi film 50 years

रायपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ी सिनेमा पर आधारित पुस्तक छत्तीसगढ़ी सिनेमा के पचास साल पुस्तक का विमोचन पद्मश्री श्रीमती ममता चंद्राकर, फिल्म निर्माता मोहन सुंदरानी, अलख राय, फिल्म निर्देशक प्रेम चंद्राकर व कलाकार दिनेश साहू ने किया। फिल्मकार लेखक तपेश जैन की यह सातवीं पुस्तक है। इससे पहले श्री जैन ने छत्तीसगढ़ के शिल्पी, छत्तीसगढ़ कल और आज, अंजोर, छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थल, छत्तीसगढ़ी सिनेमा कल और आज, पर्यटन का गढ़ छत्तीसगढ़ पूर्व में लिखी है। सभी पुस्तकें संदर्भ पुस्तक है। किताब का प्रकाशन जयपुर के श्याम प्रकाशन ने किया है। इस अवसर पर निर्माता-निर्देशक प्रेम चंद्राकर की आगामी छत्तीसगढ़ी फिल्म लोरिक चंदा - एक दूसर बर की शुभकामनाएं दी गई।

गौरतलब है कि श्री चंद्राकर अपनी फिल्मों में छत्तीसगढ़ी संस्कृति एवं लोक परंपराओं को बेहतर ढंग से प्रस्तुत करते है। उनकी फिल्मों में छत्तीसगढ़ की छटा देखने को मिलती है, वहीं गीत - संगीत परंपरा पर आधारित होते है। 29 नवंबर को रिलीज होने वाली इस फिल्म की खासियत यह भी है कि इसमें प्रसिद्ध गायिका पद्मश्री ममता चंद्राकर ने छह गीत गाए है। इस फिल्म में पहली बार तीन सगी बहनें जागेश्वरी मेश्राम, कुंती मढ़रिया तथा योगिता मढ़रिया ने अभिनय किया है। वहीं टीवी सीरियल से चर्चित संजय बतरा के साथ ही गुलशन साहू, चिमन साहू, जितेंद्र साहू, डा. अजय सहाय सहित कई नामचीन कलाकारों ने अभिनय किया है। पद्मश्री श्रीमती ममता चंद्राकर ने लेखक तपेश जैन को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए उन्हें और बेहतर कार्य करने की बात कहीं। सुंदरानी वीडियो वल्र्ड के निर्माता मोहन सुंदरानी ने श्री जैन को बधाई देते हुए छत्तीसगढ़ी सिनेमा के लिए उनके कार्यों की प्रशंसा की।