जानें कौन कर सकता है प्लाज्मा डोनेट

Plazma donate

रायपुर(khabargali)। भारत में कोरोना के रोजाना तीन लाख नए मामले सामने आ रहे हैं। मरीजों के बढ़ने से अस्पतालों पर दबाव बढ़ता जा रहा है। साथ ही प्लाज्मा की भी मांग तेज हो रही है। लेकिन सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि आखिर प्लाज्मा क्या है? और कैसे इसे डोनेट किया जा सकता है? कौन इसे डोनेट कर सकता है और कौन नहीं?

केंद्र सरकार ने प्लाज्मा डोनेट के लिए लिस्ट जारी की है। इसमें प्लाज्मा डोनेट के बारे में क्या करें और क्या नहीं करें की जानकारी दी गई है। आइए जानते हैं प्लाज्मा के बारे में जरूरी बातें।

कोरोना के जोखिम और गंभीर लक्षण वाले मरीजों का इलाज करने के लिए प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल किया जा रहा है। कोरोना के इलाज में प्लाज्मा थैरेपी काफी असरदार साबित हो रही है। पहली बार पॉजिटिव पाए जाने के तीन या चार हफ्ते बाद शख्स प्लाज्मा डोनेट कर सकता है। माना जाता है कि उस वक्त तक उसकी एंटी बॉडीज खून में पर्याप्त रूप से बन चुकी होती है।

कौन कर सकता है प्लाज्मा डोनेट

प्लाज्मा डोनेट करने के लिए कोरोना रिपोर्ट निगेटिव होनी चाहिए। उसकी हार्ड कॉपी और आधार कार्ड की कॉपी अपने साथ होनी चाहिए।

-जो लोग कोरोना पॉजिटिव रह चुके हैं और जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वह 14 से 21 दिन बाद डोनेट कर सकते हैं।

-जिन लोगों की उम्र 18 साल की हो चुकी है और पूरी तरह से स्वस्थ हैं वह भी प्लाज्मा डोनेट कर सकते हैं।

-60 साल तक के स्वस्थ व्यक्ति प्लाज्मा दे सकते हैं।

-50 किलोग्राम या ज्यादा और शारीरिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति भी ब्लड दे सकते हैं।

ये नहीं कर सकते है प्लाज्मा डोनेट

जो महिला प्रेगनेन्ट है, या पहले गर्भवती रह चुकी है। वह प्लाज्मा डोनेट नहीं कर सकती।

-डायबिटीज, कैंसर, हाइपरटेंशन, किडनी, लिवर के मरीज प्लाज्मा डोनेट नहीं कर सकते हैं।

-अगर कोई शख्स मेडिकल की दवा इस्तेमाल कर रहा हो या अस्पताल में इलाज करा रहा हो वह भी डोनेट नहीं कर सकता

-बीमारी वाला शख्स भी अपना प्लाज्मा डोनेट नहीं कर सकते।