पर्यावरण कार्यकर्ता लक्ष्मी शर्मा ने उठाया सवाल
रायपुर (khabargali)पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण कार्यकर्ता लक्ष्मी शर्मा ने एक प्रेस रिलीज़ जारी कर कहा कि राज्य एक बहुत बड़ा प्लास्टिक स्कैम चल रहा है जिसमे पर्यावरण एवं आवास विभाग ,नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ,पर्यावरण संरक्षण मंडल, अरण्य भवन,नगर निगम,DIC, ट्रांसपोर्ट विभाग और बाकी संबंधित विभाग की घोर लापरवाही का नतीजा ही है , हमारा पर्यावरण इस भयावह स्थिति को भुगत रहा है। ये सभी विभाग अपनी जिम्मेदारी,अपने कर्तव्य अगर सही ढंग से निभाते तो आज एनजीओ और आम नागरिक को आगे नही आना पड़ता।विभागो की घोर लापरवाही का नतीजा है,कि आज हमारा पर्यावरण भुगत रहा है,और हम हमारा परिवार अनगिनत गंभीर बीमारियों से लड़ रहा है।
लक्ष्मी शर्मा ने कहा कि मैं पूछना चाहती हूँ ,क्या इन सभी विभागो ने अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाई है? पॉलिथिन और डिस्पोजल इन सबसे होने वाली काली कमाई एक बहुत बड़ा स्कैम है । हमारे राज्य में ये सब तो बहुत पहले से बैन थे ,फिर भी प्रोडक्शन हो रहा है क्यों?कैसे पर्यावरण विभाग ,पर्यावरण संरक्षण मंडल,क्या कर रहा है? बाजार में सभी दुकानों में बैन डिस्पोजल आइटम्स बिक रहे है ,नगर निगम को सब दिखाई दे रहा है पर फिर भी कोई कार्यवाही नही होती क्यों? सब विभाग अपने आंख कान मुंह बन्द करके बैठे हुए है क्यों? ये सब हमारी प्रकृति भुगत रही है ,और आम नागरिक मूक दर्शक बन कर देख रहा है ।
लक्ष्मी शर्मा ने कहा कि आप सभी स्वयं सोचिए जो ये बोलते है की प्लास्टिक इंडस्ट्रीज बंद होने से प्लास्टिक बनाने वालो का नुकसान होगा ,लेकिन उस प्लास्टिक की वजह से पर्यावरण खत्म हो जाए ,जनता गंभीर बीमारी से ग्रस्त हो जाए ,जलीय जीव जंतु , थलीय जीव जंतु मर जाए,कोई फर्क नहीं पड़ता ,बस चैंबर्स ऑफ कॉमर्स चलना चाहिए?क्यों क्या चैंबर्स ऑफ कॉमर्स की कोई जवाबदारी नही है पर्यावरण के लिए।
लक्ष्मी शर्मा ने कहा कि क्यों न हम सभी ये प्रतिबंधित प्लास्टिक का कचरा उन सभी प्लास्टिक निर्माता,व्यापारीगण को उपहार स्वरूप वापस करे। बहुत ज्यादा आक्रोश है मन में ,और बहुत दुख भी है ,की हमने इस पर्यावरण से मुफ्त में क्या नहीं लिया,और हमने क्या दिया?
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