
महाराष्ट्रीयन स्वर्णकार समाज के वार्षिकोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष
रायपुर (खबरगली) किसी भी समाज में हर एक व्यक्ति महत्वपूर्ण होता है। हमारे समाज को एक रुपये देने वाला जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही महत्वपूर्ण पांच लाख रुपये दान देने वाला भी है। क्योंकि सामने वाले ने अपनी क्षमता के अनुसार दान किया है। स्वर्णकार समाज के वार्षिक उत्सव में उक्ताशय के विचार महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय मधुकर काले ने बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए।
काले ने समाज के महत्व को उदाहरण सहित समझाते हुए कहा कि जैसे अंगूर इकठ्ठे रहते हैं, तो उनकी कीमत अधिक होती है। वहीं जो अंगूर गुच्छे से अलग हो जाते हैं, उसकी कीमत कम हो जाती है। अपनी कीमत बनाए रखने के लिए समाज रूपी गुच्छे में रहना बेहद जरूरी है। काले ने कहा कि घर में होने वाले शुभ कार्यों में हम अपने स्वजनों- रिश्तेदारों को अहेर देते हैं। यह अहेर हम सुख- दुख में साथ देने वाले अपने समाज को भी दें। जन्मदिन, शादी जैसे शुभ कार्यों- कार्यक्रमों में समाज को अहेर दें। इससे समाज आर्थिक रूप से मजबूत होगा। समाज की मजबूती कहीं न कहीं हमको भी सशक्त बनाती है।

अजय काले ने कहा कि वे स्वर्णकार समाज के अतिथि नहीं बल्कि शुभचिंतक हैं। पिछले आठ-10 सालों से वे आपके समाज के हर कार्यक्रम में आता रहे हैं। उन्हें आज बड़ा हर्ष हो रहा है कि पहले समाज में आप लोगों की संख्या 20 से 25 थी। वो अब काफी बढ़ गई है। आपकी सक्रियता का ही परिणाम है कि अब स्वर्णकार समाज लगातार बढ़ते जा रहा है। नए सदस्य नई ऊर्जा और नए विचार के साथ जुड़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को मराठी भाषा सिखाने के लिए महाराष्ट्र मंडल की वरिष्ठ सदस्य पद्मजा लाड ऑनलाइन मराठी क्लासेस चला रही हैं। इससे आप न केवल मराठी भाषा सीख पाते हैं, बल्कि महाराष्ट्र की संस्कृति और परंपरा के और करीब जा पाते हैं। इसका लाभ समाज के उन सभी लोगों को लेना चाहिए, जो मराठी बोलने में झिझकते हैं। इस मौके पर स्वर्णकार समाज के पदाधिकारियों ने काले का शाल- श्रीफल से आत्मीय सम्मान किया।
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