रायपुर (khabargali) सन 1864 ईसवी ग्राम दौलतपुर, जिला- रायबरेली ऊ.प्र.में प.राम सहाय दुबे के घर एक दिब्य तेज़ बालक का जन्म होता है जो विश्वपटल पर विख्यात होता है "आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी"...... समाज के उत्थान, स्वदेशी आंदोलन, स्वतंत्रता संग्राम में आचार्य जी का बहुत योगदान रहा है | हिंदी गद्य और पद्य में द्विवेदी जी की अनेक रचनाएं आज भी अजर-अमर है | 21 नवम्बर को हर वर्ष "रायबरेली" ऊ. प्र. में आचार्य जी का राष्ट्रीय स्तर पर भव्य कार्यक्रम होता है |
आज रायपुर में भी आचार्य जी को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए गए , श्रीमती शैलजा बाजपई जी ( रि.प्राचार्या) ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुवात की , समाज के श्री कुणाल शुक्ल जी ने आचार्य जी के जीवन पर सभी को अवगत कराया | महामारी के चलते समाज के सीमित सदस्यो ने नियमो का पालन करते हुए "आचार्य द्विवेदी" को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए | आज के कार्यक्रम में श्री शारदा प्रसाद बाजपई, श्री आलोक तिवारी, श्री सतीश मिश्र, श्री शिव नारायण तिवारी, अजय पांडेय, आनंद दुबे, आशीष बाजपई, शपतांशु बाजपई, प्रतीक तिवारी ने आचार्य जी को पुष्पांजलि अर्पित किया और आचार्य जी के बताए गए आदर्शों का पालन करने का संकल्प लिया |
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