BREAKING : निगम- मंडलों और आयोगों की दूसरी सूची के लिए उम्मीदवारों की संख्या सैकड़ा पार ... दौड़ में वरिष्ठ नेताओं के साथ पांच विधायक भी शामिल…देखें लिस्ट

Rajeev bhawan congress khabargali

रायपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया राजधानी पहुँच रहें हैं। पुनिया के स्वागत के बहाने प्रदेश भर के नेतागण जो राज्य मंत्री का दर्जा पाने बेताब हैं का राजधानी में जमावड़ा हो गया है। निगम- मंडलों और आयोगों के लिए उम्मीदवार नेताओं की लंबी फेहरिस्त है। सभी अपने हिसाब से जुगाड़ लगाने में सक्रिय है। श्री पुनिया के आने के बाद शनिवार को होने वाली समन्वय समिति की बैठक में नामों पर चर्चा होना फिर फायनल लिस्ट घोषित होना तय माना जा रहा है।

हालांकि राजनीतिक गलियारों में इसकी खूब चर्चा है कि शेष निगम-मंडल व आयोग की जिम्मेदारी किन्हें मिलेगी, इसके लिए खाका पूर्व से खींचा जा चुका है। ताजा जानकारी के मुताबिक जिन नामों पर चर्चा होनी है, उनमें पांच चिधायकों के नाम प्रमुखता से शामिल किए गए हैं। राजनीतिक समीकरणों का ध्यान में रखते हुए यह सूची तैयार की गई है। जिन जिलों को प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया है, माना जा रहा है कि उन्हें पहली प्राथमिकता सूची में रखा गया है।

इन नामों पर प्रमुखता से होगी चर्चा –

विधायक – अनिता शर्मा, छन्नी साहू, विनय भगत, आशीष छबड़ा, संगीता सिन्हा

ये भी हैं दावेदार –

गोपाल थवाईत, रमेश वर्लियानी, मलकीत सिंह गौदु, चंद्रशेखर शुक्ला, दीपक दुबे, मनीष श्रीवास्तव, लेखराम साहू, आर पी सिंह, जितेंद्र मुदलियार, लक्ष्मण चन्द्राकार , राजेन्द्र साहू, विजय बघेल, हरीश परसाई, शिव सिंह ठाकुर, उत्तम वासुदेव, संजय सिंह ठाकुर, पंकज शर्मा, प्रवीण साहू, हेमंत बंजारे, इदरीश गांधी, विनोद तिवारी, नवाज खान, अशोक राज आहूजा, चैन सिंह समले, शैलेंद्र प्रताप सिंह, नरेंद्र बोरर बिलासपुर प्राधिकरण, द्वारिका साहू, अमरजीत चावला, अनिल टांह, पप्पू बंजारे, इरफान (भिलाई), शरीक राइस खान, अमीन मेमन, गणेश गौसेवक, प्रेम चंद जायसी, हसन खान, प्रमोद चैबे, सत्तार अली, अवधेश गौतम, प्रमोद तिवारी, सूर्यमणि मिश्रा, मनहरण राठौर, मंजू सिंह, हर्षद मेहता, जतिन जैसवाल, योगिराज सिंह, पंकज सिंह, केशव हरमुख बंटी, महेंद्र चन्द्राकर, मोहन लालवानी, शशिसिंह गौर, प्रकाश सकलकर, दिलिप खटवानी, प्रदीप शर्मा, यज्ञ देव पटेल, राकेश मिश्रा, सुदेश देशमुख संजय पाठक, पदम् कोठारी, सुजीत बघेल, धरेंद्र यादव, रउफ कुरैशी, सुरेंद्र तिवारी, थानेश्वर साहू, भवानी शुक्ला, अरुण भद्रा, सुन्नी अग्रवाल, श्री किशन खंडेलवाल, भागवत साहू, पंकज वाधवा, रमेश डाकलिया, अमरचन्द, राम गडलानी, राजेश दिवान, महेश ठक्कर, अखिलेश चंदेल, जीतेंद्र ठाकुर, कौशल पोयाम, महेंद्र चन्द्राकर, बलराम मौर्य, शकील रिजवी, पुष्पेंद्र परिहार, यशवर्धन राव, ओमकार सिंह जयसवाल, सगीर कुरैशी, शैलेंद्र साहू, फिरोज गांधी.. आदि।

आयोगों में नियुक्ति पर डॉ.सियाराम साहू की याचिका, हाइकोर्ट ने राज्य सरकार से मांगा जवाब

इधर बीजेपी शासन काल में नियुक्त हुए कुछ आयोगों के चेयरमैन और अन्य पदाधिकारियों ने कांग्रेस के सत्ता संभालते ही इस्तीफे दे दिए, लेकिन कुछ ने अपना कार्यकाल बचा रहने का हवाला देकर इस्तीफे देने से इंकार कर दिया। उन्होंने उन्हें हटाए जाने की कार्यवाही को अनुचित ठहराते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया है। मामला राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष डॉ.सियाराम साहू की बिलासपुर हाईकोर्ट में दायर याचिका का है। डॉ.साहू ने शासन के आदेश को चुनौती देते हुए हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दी है। याचिका में कहा गया है कि आयोग का अध्यक्ष का पद संवैधानिक पद होता है। तत्कालीन राज्य शासन ने तीन वर्ष के लिए नियुक्ति आदेश जारी किया था। इसलिए कार्यकाल समाप्ति के पूर्व उन्हें पद से हटाया नहीं जा सकता। मामले की सुनवाई जस्टिस पी सैम कोशी की सिंगल बेंच में हुई। प्रकरण की सुनवाई के बाद जस्टिस कोशी ने राज्य शासन को नोटिस जारी कर जवाब पेश करने कहा है। प्रकरण की अगली सुनवाई के लिए 21 अगस्त की तिथि निर्धारित की गई है।

याचिका के मुताबिक पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने अगस्त 2015 में डॉ.साहू को राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति दी थी। तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के बाद राज्य सरकार ने अगस्त 2018 में एक आदेश जारी कर डॉ.साहू को तीन वर्ष के लिए दोबारा आयोग के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति दे दी। इसी बीच प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो गया। 20 जुलाई 2020 को राज्य सरकार ने एक आदेश जारी कर डॉ. साहू को राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष पद से हटा दिया था।

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