ज्योतिष समाधान में विफलता का रहस्य

rajesh shrivastava

रायपुर ( खबरगली) हमारे महान शास्त्र ज्योतिष के महान ज्ञाता जब हमारी कुण्डली के आधार पर समाधान के उपाय बताते हैं तो हम उसका उचित पालन नहीं कर पाते, पूजा हो, जाप हो या रत्न धारण और कोसने लगते है शासत्र और शास्त्री को । आइये आज रत्न के रहस्य को जानने का प्रयास करेंगे। जब कोई भी ज्योतिषाचार्य रत्न से समाधान बताता है तब रत्न हम अपनी सुविधा से खरीदते है और विफलता पर आचार्य या पूरे ज्योतिष शास्त्र पर ही प्रश्न चिन्ह लगा देते हैं।
रहस्य तो ये है कि जिस रत्न को हम खरीदते है उस रत्न की ऊर्जा को पहचानने का प्रयास ही नहीं किया जाता, रत्न में कौन सी ऊर्जा है, नकारात्मक है, सम है, या सकारात्मक । सकारात्मक है तो कितनी मात्रा हमारा शरीर स्वीकार करेगा।  किस धातु में,किस कलर शेड में स्वीकार  करेगा।  किस उंगली में या गले में सूट करेगा आदि।
आज संभव है तुरंत देख पाना कि किस रत्न या धातु का शरीर पर क्या प्रभाव पड़ा कौन सी ग्रह ऊर्जा प्रभावित हुई कौन सा चक्र सक्रिय हुआ, कोई साइड इफेक्ट तो नहीं आदि।
जब संभव हो गया है इतना सूक्ष्म अध्ययन तो क्यो नहीं होगा चमत्कार जीवन में रत्न एवं धातु के प्रभाव से और क्यों नहीं बचेंगे दुष्प्रभाव से जो हमने अनजाने में या शौक से कुछ  भी अँगूठी पहन रखी है।
कुण्डली, अंक विज्ञान, हाथों में ग्रह पर्वत की शक्ति और चक्रों के ज्ञान को मिलाकर जब होगा समाधान तो कैसे नहीं मिलेगा सटीक समाधान।
आइये अवसर है चक्रों के जागरण और ‘औरा’ डेव्हलपमेंट के साथ ग्रह व स्वास्थ्य की समस्या का समाधान पाने का । जम कर लाभ उठाइये मनी बैक गारंटी के साथ।

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