अतीक हत्याकांड से जुड़ी कुछ बड़ी खबरें.. पढ़े

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मर्डर के दौरान दो और लोग थे मौजूद, शूटर्स को दे रहे थे निर्देश!

योगी सरकार के मंत्री धर्मपाल सिंह ने विपक्ष पर लगाया बड़ा आरोप

अतीक के बेटे असद के फोन से भी कई बड़ी जानकारियां हाथ लगी

अलकायदा की धमकी भरी चिट्ठी मिली

प्रयागराज (khabargali) उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड को छः दिन बीत गए. हत्या के आरोपी भी पकड़े गए लेकिन लोगों के जेहन में अभी भी एक सवाल है कि आखिर इस हत्या के पीछे की असली वजह क्या थी? पुलिस की पूछताछ में तीनों आरोपी- अरुण, लवलेश और सैनी ने कई दावें किए हैं. हालांकि उनके दावों पर किसी को भी यकीन नहीं हो रहा है. इतना ही नहीं जांच एजेंसियां भी अपनी ओर से इस सवाल को लेकर जूझ रही हैं. जांच एजेंसियां इस सवाल का जवाब ढूंढ़ रही हैं कि अतीक और अशरफ की हत्या से किसको फायदा था. एजेंसियों ने अपनी जांच का रुख, अब दुश्मनों से बढ़ाकर अतीक और अशरफ के दोस्तों की ओर भी कर लिया है.जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे कई नए खुलासे हो रहे है . 

यूपी के मंत्री ने विपक्ष पर लगाया आरोप

इस मामले में योगी सरकार के मंत्री धर्मपाल सिंह ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष ने ही माफिया की हत्या कराई है. उन्होंने कहा कि विपक्ष को कई राज खुलने का डर था, जिससे उन्होंने उसकी हत्या करा दी. उन्होंने पिछली सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले की सरकारों में पुलिस अधिकारी माफिया अतीक के आतंक के खौफ से अपनी कुर्सी छोड़कर खड़े हो जाते थे. जज अतीक के मामलों की सुनवाई करने से इनकार कर देते थे लेकिन योगी सरकार ने माफिया को ठीक कर दिया.

अल कायदा ने धमकी दी

 वहीँ आतंकी संगठन अल कायदा (Al-Qaeda) ने इसे लेकर धमकी भरी चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में अलकायदा ने बदला लने की बात कही है. दरअसल अतीक-अशरफ की हत्या के बाद आंतकी संगठन अलकायदा की एक चिट्ठी वायरल हो रही है जिसमें उनकी हत्या का जेहाद के जरिए बदला लेने का बात कही गई है. अलकायदा ने कहा, अतीक-अशरफ की हत्या का बदला लेने के लिए अगर उसको अपनी औलादों की भी कुर्बानी देनी पड़े तो वह देने के लिए तैयार है. ये चिट्ठी सात पन्नों की है. इस चिट्ठी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दफ्तर को भी निशाने पर लेने की बात कही गई है.

हत्याकांड की जगह पर और दो लोग मौजूद थे !

वहीँ हत्याकांड को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस के अनुसार जब 3 आरोपी शूटरों ने माफिया ब्रदर्स पर गोली से निशाना साधा तो हत्याकांड की जगह पर और दो लोग मौजूद थे. ये दो लोग इन तीनों को लगातार निर्देश दे रहे थे. हालांकि, इन दोनों का नाम अभी तक पता नहीं चल सका है. पुलिस इसे लेकर फिलहाल जांच कर रही है. SIT इन दोनों की तलाश में जुट गई है। सूत्रों की मने तो इनमें से एक मददगार प्रयागराज का ही है. इतना ही नहीं इन दोनों ने तीनों शूटरों के रहने-खाने का भी बंदोबस्त किया था और रेकी के दौरान भी इनकी मदद में पूरा साथ दिया था. . हत्याकांड के समय इनका एक साथ अस्पताल परिसर और दूसरा अस्पताल के बाहर ही खड़ा था.

होटल से मिले आरोपी शूटर्स के फोन

 आरोपी होटल होटल स्टे इन के कमरा नंबर 203 में रुके थे और शूटर्स अपना मोबाइल होटल में ही छोड़कर आए थे. इसके बाद भी दोनों को लगातार अतीक और अशरफ की सटीक लोकेशन मिल रही थी. एसआईटी को उस होटल से शूटर्स के दो पुराने फोन भी मिले हैं. हालांकि, इन दोनों फोन में कोई सिम नहीं है.

शेरे अतीक व्हाट्सएप ग्रुप से मिलेंगे सुराग

 इतना ही नहीं पुलिस को अतीक के बेटे असद के फोन से भी कई बड़ी जानकारियां हाथ लगी हैं, जोकि 13 अप्रैल को पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया था. शेरे अतीक व्हाट्सएप ग्रुप से मिलेंगे सुराग पुलिस को शेरे अतीक नाम के व्हाट्सएप ग्रुप का पता चला है. अतीक के बेटे असद ने ये ग्रुप बनाया था. इस ग्रुप में प्रयागराज, कौशांबी और फतेहपुर के करीब 200 युवक मेंबर थे. उमेश पाल हत्याकांड से कुछ दिन पहले ही इस ग्रुप को डिलीट किया गया था. इस ग्रुप में जुड़े नंबरों की जांच कर पुलिस इन लोगों से पूछताछ की तैयारी भी कर रही है।