बड़ी खबर : ब्रिटेन से छत्तीसगढ़ आए 33 लोगों में 4 संक्रमित, 11 यात्रियों की तलाश जारी

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प्रदेश में कोरोना के नए स्ट्रेन के फैलने का खतरा बढ़ा

रायपुर (khabargali) वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है अब कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर देश और प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है। ब्रिटेन में मिला कोरोना का नया स्ट्रेन बहुत तेजी से फ़ैल रहा है। इस बीच ब्रिटेन से छत्तीसगढ़ लौटे कई यात्री पाॅजिटिव पाए गए हैं। जिसके बाद प्रदेश में कोरोना के नए स्ट्रेन के फैलने का खतरा बढ़ गया है। यूके से छत्तीसगढ़ लौटे 4 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजेटिव आयी है, जिसमें बिलासपुर में एक और दुर्ग के तीन लोग शामिल हैं। छत्तीसगढ़ लौटे 11 लोगों के मोबाइल बंद पाये गये हैं। यूके से छत्तीसगढ़ लौटे लोगों की जानकारी नहीं मिल पाने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने अब इस मामले में पुलिस से संपर्क कर मदद मांगी है। जिला प्रशासन को भी स्वास्थ्य भी ने 11 यात्रियों के डिटेल सौंपे हैं, ताकि उनकी पड़ताल कर उन्हें तुरंत आइसोलेट किया जा सके। यह वायरस का नया स्ट्रेन 70 प्रतिशत ज्यादा तेजी से फैलता है।बता दें कि 9 दिसम्बर से 23 दिसम्बर के बीच कुल 33 लोग लौटे ब्रिटेन से लौटे हैं।

रायपुर में उतरे 11 लोगों ने फोन बंद किया

यूके से प्रदेश लौटने वाले यात्रियों ने गंभीर लापरवाही बरती है। जिसकी वजह से संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ गया है। ब्रिटेन से लौट राजधानी रायपुर में उतरे 11 यात्रियों ने अपना फोन बंद कर दिया। इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस से की है। जिला प्रशासन के माध्यम से लोगो के नंबर पुलिस को सौंपा गए हैं। वहीं अब साइबर सेल इन लापता लोगों की तलाश में जुट गई है। जानकारी के अनुसार राजधानी के रवि नगर, टैगोर नगर, कटोरातालाब के रहने वाले लोगों ने कोरोना को लेकर लापरवाही बरती है।

दुर्ग में तीन यात्री पाए गए पाॅजिटिव

ब्रिटेन से लौटे तीन यात्री कोरोना संक्रमित पाए। एंटीजन टेस्ट में आई रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल भेजा गया है। इनकी रिपोर्ट आने के बाद नए स्ट्रेन की जांच होगी।

बिलासपुर के बिल्हा का भी एक यात्री संक्रमित

न्यायधानी बिलासपुर के बिल्हा में भी एक युवक पॉजिटिव पाया गया है। युवक आरटीपीसीआर जांच में पॉजिटिव मिला। युवक को उपचार के लिए कोविड हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। कोरोना के नए स्ट्रेन की जांच के लिए सैंपल पुणे भेजा गया। युवक कुछ दिन पहले ही ब्रिटेन से लौटा है। वहीं अब युवक के संपर्क में आए लोगों को ट्रेस किया जा रहा है।

जेनेटिक टेस्ट के बाद ही पता चलेगा कि कोरोना का नया स्ट्रेन है या नहीं : टीएस सिंहदेव

वहीं इस पर स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेव ने शनिवार को अपने एक बयान में कहा कि ब्रिटेन से लौटे लोगो मे कोविड का नया स्ट्रेन है या नही ये जेनेटिक टेस्ट के बाद ही पता चलेगा। सिंहदेव ने बताया कि कोविड पॉजिटिव लोगो की जांच के लिए सैंपल भेजे गए है वहीं उन्होंने बताया कि देश मे केवल 6 स्थानों पर है इस जांच की सुविधा है।

यात्रियों के लिए दिशा-निर्देश जारी किया था

बता दे कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए प्रकार के फैलने से दुनिया भर में हड़कंप मचा हुआ है। छत्तीसगढ़ सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के माध्यम से यू.के. (यूनाइटेड किंगडम) से छत्तीसगढ़ आने वाले यात्रियों के लिए दिशा-निर्देश जारी कर कहा गया है कि यूनाईटेड किंगडम से भारत पहुंचने वाले एवं छत्तीसगढ़ आने वाले यात्रियों के एयरपोर्ट अथवा अन्य मार्ग से राज्य में आने पर देश के एयरपोर्ट पर कराए गए आर.टी.पी.सी.आर. टेस्ट रिपोर्ट की जांच की जाए। इसके साथ ही रिपोर्ट पॉजीटिव होने पर एसओपी अनुसार संस्थागत क्वारेंटाइन, कोविड केयर सेन्टर या अस्पताल में रखा जाए। जारी निर्देश में फ्लाईट में पॉजीटिव यात्री के कान्टेक्ट हेतु निर्धारित एसओपी अनुसार कार्रवाई करने कहा गया है। रिपोर्ट निगेटिव होने पर यात्रियों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित एसओपी अनुसार स्वयं को 14 दिवस होम आईसोलेशन में रहने की सलाह देने को कहा गया है। इसके साथ ही प्रतिदिन पालन और फॉलोअप के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है।

ब्रिटेन में एक ह्यूमन ट्रायल चैलेंज

वहीं लंदन से एक चुनौतीभरी खबर आई है। दरअसल ब्रिटेन में एक ह्यूमन ट्रायल चैलेंज होने जा रहा है। लंदन के रॉयल फ्री अस्पताल में ये चैलेंज किया जाएगा। इसमें 2,500 ब्रिटिश नागरिक जानबूझकर कोरोना पॉजिटिव होंगे। इसके बाद इन्हें वैक्सीन दी जाएगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि वैक्सीन परीक्षण के नतीजों को मॉनिटर किया जा सके। बता दें कि इससे पहले टायफाइड, मलेरिया और फ्लू जैसी बीमारियों के लिए इस तरह के ट्रायल किए जा चुके हैं। कोरोना वैक्सीन को तेजी से काम में लाने के लिए ये ट्रायल किए जा रहे हैं। चैलेंज में भाग लेने वालों की उम्र 18 से 30 साल होगी। इस उम्र के लोगों में कोरोना से मरने का खतरा कम है।