मंत्री भगत ने कहा-छत्तीसगढ़ी भाषा के विकास को हमें आगे ले जाना है
रायपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के द्वारा संस्कृति विभाग सभागार महंत संग्रहालय परिसर में आज छत्तीसगढ़ राजभाषा दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंत्री अमरजीत भगत रहे। इस दौरान मंत्री अमरजीत भगत ने 19 साहित्यकारों-भाषाविदों का सम्मान किया। साथ ही मंत्री ने प्रदेश वासियों को छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस की बधाई दी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी व कलाकार मौजूद रहे।
मंत्री भगत ने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा हिंदी, अवधी और बृज भाषा की समकालीन हैैं। राज्य सरकार द्वारा तीज-त्यौहारों और पारंपरिक संस्कारों को बढ़ावा देने के साथ पुरखौती के अमूल्य धरोहरों का परिचय नई पीढ़ी से कराने से छत्तीसगढ़ी भाषा का महत्व और अधिक बढ़ गया है। छत्तीसगढ़ी में बोलने में संकोच करने वाले लोग भी अब छत्तीसगढ़ी में गर्व से बात करते हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा के विकास को हमें आगे ले जाना है, इसके लिए छत्तीसगढ़ी को दैनिक बोलचाल के साथ साहित्य सृजन और प्रचार-प्रसार की भाषा बनाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद, संस्कृति विभाग विभाग के सचिव अनबलगन पी सचिव मौजूद रहे।
इनका हुआ सम्मान
कार्यक्रम में जिन साहित्यकारों-भाषाविदों को सम्मानित किया उनमें रायगढ़ के सेवानिवृत्त प्राचार्य एवं वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. बिहारी लाल साहू, नवापारा खैजा के सेवानिवृत्त व्याख्याता श्री हर प्रसाद निडर, शासकीय महाविद्यालय महासमुंद की प्राध्यापक डॉ. अनुसुईया अग्रवाल, सेवानिवृत्त प्रोफेसर एवं चंदैनी गोंदा के उद्घोषक डॉ. सुरेश देशमुख, मगरलोड के वरिष्ठ साहित्यकार श्री पुनूराम साहू, दुर्ग के वरिष्ठ साहित्यकार एवं पूर्व बैंक प्रबंधक श्री अरूण निगम, कुडुख, सादरी एवं हिन्दी कविता और कहानी लेखक एवं सहायक प्राध्यापक जशपुर डॉ. कुसुम माधुरी टोप्पो, दुर्ग के वरिष्ठ साहित्यकार एवं गीतकार श्री गिरवरदास मानिकपुरी, रायपुर के वरिष्ठ साहित्यकार एवं गीतकार तथा नगरीय प्रशासन संचालनालय में निज सचिव श्री रमेश विश्वहार, महासमुन्द के पूर्व सहायक पशु चिकित्सा परिक्षेत्राधिकारी श्री बंधु राजेश्वर खरे, वरिष्ठ छत्तीसगढ़ी उद्घोषक एवं कार्यक्रम अधिकारी आकाशवाणी रायपुर के श्री श्याम वर्मा, रायपुर के वरिष्ठ पत्रकार पहट पत्रिका श्री गुलाल वर्मा, हरिभूमि चौपाल के सम्पादक डॉ. दीनदयाल साहू दुर्ग, न्यूज 24 म.प्र-छ.ग. के सम्पादकीय सलाहकार श्री संदीप अखिल रायपुर, न्यूज 36 वेब चैनल के सम्पादक श्री नवीन देवांगन बिलासपुर, बिलासपुर की वरिष्ठ साहित्यकार सुश्री लता राठौर, सरगुजिहा भाषा की पत्रिका के प्रकाशक एवं सेवानिवृत्त बैक अधिकारी अंबिकापुर डॉ. सुधीर पाठक, गोंडी भाषा की साहित्यकार सुश्री जयमति कश्यप कोण्डागांव और रायपुर की वरिष्ठ छत्तीसगढ़ी उद्घोषिका श्रीमती तृप्ति सोनी शामिल हैं।
28 नवंबर 2007 को विधेयक पारित हुआ था
28 नवंबर 2007 को विधानसभा में छत्तीसगढ़ी को राजभाषा का दर्जा देने विधेयक पारित हुआ था। आरडी तिवारी स्कूल में अखिल भारतीय साहित्य परिषद व हरि ठाकुर स्मारक संस्थान द्वारा आयोजित छत्तीसगढ़ी विभूतियों के सम्मान कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यह ऐलान किया था।
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