सत्यापन में मामला सामने आया, विलोपन की प्रक्रिया शुरू.. राजनीतिक दलों की बुलाई बैठक
बिलासपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बिलासपुर जिले में बीएलओ द्वारा बूथ लेवल पर मौके पर जाकर मतदाताओं का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। जिसके चलते ऐसा चौंकाने वाली बात सामने आई है , 77 हजार 103 ऐसे मतदाता हैं, जिनके वोटर आईडी कार्ड पर पीएसई यानी फोटो एक ही मतदाता के हैं, यानी, एक ही व्यक्ति की तस्वीरें कई वोटर आईडी में लगी हुई हैं। इस लिहाज से जिले में बड़ी संख्या में डबल मतदाता परिचय पत्र बनने की आशंका जताई जा रही है। यह एक गंभीर लापरवाही का नमूना है। इस पर निर्वाचन आयोग में हड़कंप मच गया है।
राजनीतिक दलों के बीच बैठक बुलाई गई-
बताते चले कि जिले में 14 लाख 84 हजार 944 मतदाता हैं। चुनाव के ठीक पहले यदि ऐसे वोटर आईडी पर कार्रवाई की गई और नाम डिलिट किए गए, तो मतदाता और राजनीतिक दल आपत्ति कर सकते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए निर्वाचन आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी को निर्देशित किया है ऐसे में मामलों में भौतिक सत्यापन करें। राजनीतिक दलों को भी सूचना देते रहें। इसलिए, निर्वाचन आयोग ने ऐसे मतदाताओं के नाम निरस्त करने का आदेश जारी किया है। ऐसे मतदाता परिचय पत्र को विलोपित करने से पहले विस्तारपूर्वक चर्चा करने 16 दिसंबर को दोपहर 12 बजे निर्वाचन कार्यालय में राजनीतिक दलों के बीच बैठक रखी गई है।
सर्वाधिक मामले बेलतरा के16,875 मतदाता कार्ड में-
इस तरह की गड़बड़ी में बेलतरा विधानसभा सबसे आगे है। यहां 16875 वोटर आईडी कार्ड में फोटो सिमिलर एंट्रीज है। इस मामले में बिलासपुर का स्थान दूसरा है, यहां 16444 पीएसई है। बिल्हा में 14450, मस्तूरी 13899, तखतपुर में 8779 और कोटा में 6636 फोटो सिमिलर एंट्रीज की संख्या है।
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