लातूर (खबरगली) देश की राजनीति जगत से दुखद खबर सामने आई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री शिवराज पाटिल चाकुरकर का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उन्होंने महाराष्ट्र के लातूर स्थित अपने निवास “देवघर” में अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से राजनीतिक और सामाजिक हलकों में शोक की लहर फैल गई है।
लंबे समय से चल रहा था इलाज
सूत्रों के अनुसार, शिवराज पाटिल लंबे समय से बीमार चल रहे थे और घर पर ही उनका उपचार जारी था। सुबह करीब 6:30 बजे उन्होंने शांतिपूर्वक अंतिम सांस ली। शिवराज पाटिल चाकुरकर भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण चेहरा रहे हैं। वे लोकसभा के स्पीकर, केंद्रीय मंत्री, और कई महत्वपूर्ण संसदीय समितियों के सदस्य रहे। उन्होंने देश की संवैधानिक प्रक्रिया को मजबूत करने में बड़ा योगदान दिया।
1980 से शुरू हुई जीत की लंबी श्रृंखला
शिवराज पाटिल ने उस्मानिया यूनिवर्सिटी से साइंस में स्नातक और मुंबई यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की थी। वे पहली बार 1980 में लातूर से लोकसभा के लिए चुने गए, और उसके बाद लगातार सात बार चुनाव जीतते हुए 1999 तक सांसद रहे। उन्होंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की सरकारों में कई अहम मंत्रालय संभाले। साल 1991 से 1996 तक वे लोकसभा के स्पीकर रहे और भारत की ओर से कई अंतरराष्ट्रीय संसदीय सम्मेलनों में प्रतिनिधित्व किया। उनके निधन से देश ने एक अनुभवी, सादगीपूर्ण और संवैधानिक मूल्यों को समर्पित नेता को खो दिया है।
- Log in to post comments