रायपुर के भ्रमर जैन ने देशभर में टॉप कर छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया

Bhramar Jain, Institute of Chartered Accountants of India, CA Final, Mahavir Prasad Jain, Mother, Anju Jain, Devendra Nagar, Khabargali

सीए फाइनल में पहली बार छत्तीसगढ़ से किसी ने टॉप किया

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रायपुर (khabargali) इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने सीए फाइनल का रिजल्ट जारी कर दिया है। रायपुर के देवेन्द्र नगर में रहने वाले भ्रमर जैन ने 76.38 प्रतिशत के साथ टॉप करके छत्तीसगढ़ का नाम रोशन कर दिया है। छत्तीसगढ़ के लिए बड़े गर्व की बात है कि पहली बार छत्तीसगढ़ से किसी ने टॉप किया है।

दिन में 10-12 घंटे पढ़ाई करते थे भ्रमर

पूरे देश में टॉप करने वाले भ्रमर जैन ने कहा कि पहले तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि उन्होंने पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। भ्रमर ने बताया कि इसके लिये वे काफी तैयारी कर रहे थे,दिन में 10-12 घंटे तक वे पढाई कर रहे थे 7 में से 6 विषयों की वे ऑनलाईन और जैसे संभव हो ऑफ लाईन कोचिंग ले रहे थे इसके अलावा एक विषय की सेल्फ पढ़ाई कर रहे थे।

कोरोना के कारण परीक्षाएं दो चरणों में हुई

कोरोना काल के कारण परीक्षा नियत समय पर न होकर ये परीक्षाएं दो चरणों में हुई और इसमें शामिल होने के लिये परीक्षार्थियों को चयन की सुविधा दी गई छात्र चाहें तो नंवबर 2020 की शामिल हो सकते हैं या फिर जनवरी 2021 में होने वाली परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। भ्रमर ने जनवरी 2021 में होने वाली परीक्षा में शामिल होने का निर्णय लिया।

पिता, भाई और भाभी भी सीए

भ्रमर जैन ने 800 में से उन्होंने 611 अंक अर्जित किया है, जो कि देशभर में सबसे अधिक है। उन्हें 76. 38 प्रतिशत अंक मिला है। इस तरह भ्रमर ने पहली बार प्रदेश में टापर बनकर न सिर्फ अपने घर-परिवार का नाम रौशन किया, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गौरव बन गए हैं। भ्रमर के पिता सीए महावीर प्रसाद जैन, मां अंजू जैन हाउस वाइफ हैं। भ्रमर के बड़े भाई प्रखर जैन भी सीए हैं। साथ ही भाभी श्वेता जैन भी सीए प्रोफेशनल में हैं। उनके घर में शुरू से ही सीए के अनुकूल माहौल रहा।

भ्रमर ने दिया औरों को यह टिप्स

भ्रमर जैन ने बताया कि सीए का कोर्स बहुत ही विस्तृत है। इसलिए इसे हल्का करने के लिए सबसे पहले विभिन्न चैप्टर को डिवाइड किया। लगातार कक्षाएं अटेंड करते रहे। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में जब शैक्षणिक संस्थान बंद थे, तब कमरे के भीतर आनलाइन पढ़ाई को बरकरार रखा। इस दौरान अपने प्रिय दोस्तों का एक कोर ग्रुप बनाकर लगातार आपस में चर्चा करते रहे। इसमें एक तरह की प्रतिस्पर्धा की भावना बनी रही और एक-दूसरे से पढ़ने से कई डाउट‌्स क्लीयर हो जाते हैं। पढ़ाई में बोरियत भी नहीं होती है। हर विषय की एक पर्सनल समरी बना लेते थे और कलरफुल टेस्ट और पेंसिल का इस्तेमाल करके पढ़ाई करने से इससे पढ़ने में बहुत मजा आता था। भ्रमर जैन बताते हैं कि अभी यह माना जाता रहा है कि एक कमरे में बैठकर अकेले ही सीए जैसी परीक्षाओं के लिए पढ़ना जरूरी होता है, मगर यह बात गलत है अब इसके मायने बदल गए। हमने पढ़ाई के लिए न सिर्फ अपने दोस्तों ,बल्कि अपने परिवार के बीच भी चर्चा करके पढ़ाई को आयाम देते रहे।

साइकिलिंग और डांसिंग का भी शौक

भ्रमर जैन ने बताया कि नवंबर 2019 से तैयारी शुरू की। हालांकि भ्रमर ने 2017 में आइपीसीसी यानी इंटरमीडिएट प्रोफेशनल कांंपिटेंस कोर्स उत्तीर्ण कर लिया था। उसके बाद सीए में इंटर्नशिप शुरू किया। इसके लिए दिल्ली जाकर आठ महीने का विशेष कोर्स पर पढाई की। भ्रमर जैन को नॉवेल पढऩा पसंद है। वे साइकिलिंग भी करते हैं। इसके अलावा डांसिंग का भी शौक रखते हैं।

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