सावधान! कोरोना वैक्सीन बुक करने के नाम पर हो रही है ठगी.. बरतें ये सावधानियां

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नहीं हो रही वैक्‍सीन की अभी अग्रिम बुकिंग

नई दिल्ली (khabargali) अभी देश में कोरोना टीकाकरण नहीं शुरू हुआ है... ना तो कोई वैक्‍सीन ही मार्केट में आई है लेकिन कोविड वैक्‍सीन के जल्‍द आने की खबरों के बीच ठग और नक्‍काल भी सक्रिय हो गए हैं। अभी से साइबर ठग वैक्‍सीन के नाम पर लोगों को निशाना बनाने में जुट गए हैं। इसलिए ऐसे में सावधानी जरूरी है। कोरोना वैक्सीन के लिये आये हुए फ़ोन को अटेंड न करें । रेजिस्ट्रेशन के नाम पर आप का आधार कार्ड का नम्बर मांगा जाएगा फिर कहेंगे कि आप के मोबाइल पर OTP आएगा वो हम को बताओ आप का रेजिस्ट्रेशन हो जाएगा और वैक्सीन आप को जल्द मिल जाएगी और जैसे ही आप ने OTP बताया आप का एकाउंट खाली हो जाएगा ।

जानिये क्‍या कहती है पुलिस...

नक्‍काल नकली वैक्‍सीन मार्केट में उतारने जबकि ठग लोगों को टीका लगाने का लालच देकर उनके बैंक डिटेल हासिल कर रकम उड़ाने की फिराक में हैं। मध्‍य प्रदेश पुलिस ने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि कोरोना टीकाकरण में नाम दर्ज कराने को लेकर कोई फोन कॉल या मैसेज आए तो सतर्क रहें और अपनी कोई भी डिटेल ऐसे लोगों को शेयर नहीं करें क्‍योंकि इसके जरिए साइबर ठग आपको निशाना बना सकते हैं।

भोपाल में आई कई शिकायतें

समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, मध्‍य प्रदेश पुलिस ने साफ कहा है कि यदि आपके पास कोरोना की वैक्सीन बुक कराने के लिए किसी का फोन आए तो उससे अपनी कोई जानकारी साझा न करें। एक अन्‍य रिपोर्ट के मुताबिक, अकेले भोपाल पुलिस की साइबर सेल में आधा दर्जन ऐसी शिकायतें आ चुकी हैं। पुलिस ने आगाह किया है कि यदि किसी मैसेज में किसी लिंक पर क्लिक करने (link in a text message) का कोई ऑफर दे उसे मना कर देना चाहिए और इस तरह के लिंक पर क्लिक न करें।

नहीं हो रही वैक्‍सीन की अग्रिम बुकिंग

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वैक्सीन की कोई अग्रिम बुकिंग नहीं की जा रही है इसलिए ऐसे ऑफर करने वाले ठगों से सावधान रहें। टीकाकरण कब से होगा इसकी जानकारी सरकार प्रचार माध्यमों के जरिए देगी इसलिए किसी तरह के बहकावे में नहीं आएं।

ऐसे हासिल कर लेते हैं बैंक डिटेल

इस लिंक के जरिए साइबर ठग आपकी बैंक डिटेल पता कर लेते हैं और आपके खाते से रकम गायब कर देते हैं। यही नहीं पुलिस ऐसे ठगों से बचने के लिए लोगों से आधार नंबर भी शेयर नहीं करने और किसी तरह का ओटीपी शेयर नहीं करने की बात कह रही है। इन्‍हें समझते हैं आसान शिकार ठग या नक्‍काल उन लोगों को आसान शिकार समझते हैं जिसके परिवार के किसी सदस्‍य को कोई गंभीर बीमारी हो या उसके परिवार में कोई बुजुर्ग हो जिसका इलाज चल रहा हो।