स्टील उद्योग संकट में : बिजली आपूर्ति के लिए राज्य सरकार से स्थायी नीति बनाने की मांग

Vikas Agarwal, President, Mini Steel Plant Association, Manish Dhuppad, Secretary General, Coal, Chhattisgarh, Khabargali

रायपुर (khabargali) राज्य सरकार मिनी स्टील उद्योग संचालकों के लिये पांच वर्षीय एक योजना बना दे जिससे ये उद्योग अपने स्टील प्लांट को सुचारू रूप से चला सकें। मिनी स्टील प्लांट एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास अग्रवाल, और महासचिव मनीष धुप्पड़ ने पत्रकारों के साथ चर्चा करते हुए यह सुझाव मीडिया के माध्यम से सरकार को दिए हैं। पत्रकावार्ता में एसासिएशन के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।

मिनी स्टील उद्योग संचालकों ने कहा कि कि स्टील उद्योग राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, लेकिन काफी समस्या से गुजरना पड़ रहा है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में दो सौ मिनी स्टील प्लांट है। और उच्च श्रेणी की सबसे ज्यादा बिजली खपत करते हैं। इससे राज्य का हर साल 20 हजार करोड़ से अधिक का राजस्व विद्युत मंडल को प्राप्त होता है। राज्य और केन्द्र सरकार को प्रतिवर्ष पांच हजार करोड़ से अधिक का राजस्व प्रदान किया जाता है। दो लाख परिवारों को प्रत्यक्ष, और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलता है।

 

एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री के साथ-साथ केन्द्रीय वित्त मंत्री को भी पत्र लिखकर स्टील उद्योगों की समस्याओं को हल करने की दिशा में कदम उठाने का आग्रह किया है। एसोसिएशन ने उद्योगों को बचाने के लिए कई सुझाव दिए हैं, जिसमें कहा गया कि छत्तीसगढ़ रायपुर में एक समान्य स्क्रेप नीति के तहत स्क्रेप यार्ड खोला जाए, क्योंकि भारत के बाकी तटवर्तीय क्षेत्रों में स्क्रेप आसानी से उपलब्ध हो जाता है। जैसा छत्तीसगढ़ रायपुर के आईसीडी में स्क्रेप निर्यात करने का आदेश लगभग 4 वर्ष पहले प्राप्त हो चुका है परन्तु स्क्रेनिंग मशीन के वित्तीय खर्च के कारण से वाणिज्य एवं वित्त विभाग केन्द्र सरकार के बीच में फाइल रूका हुआ है। इस पर जल्द फैसला होना चाहिए, और छत्तीसगढ़ रायपुर के आईसीडी में स्क्रेन मशीन लगवाकर स्क्रेप निर्यात सुविधा प्रदान करवाना चाहिए। प्राकृतिक खनिज संपदा को चीन, और अन्य देशों में निर्यात किया जा रहा है। इसको पहले अपने स्थानीय क्षेत्र के उद्योगों को संरक्षित करना चाहिए उसके उपरांत ही कच्चा माल देश के बाहर निर्यात करना चाहिए। इससे स्थानीय उद्योगों का कच्चे माल की संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।

Category