BIG NEWS: दैनिक भास्कर के 40 ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी..इसके पीछे क्या ये बड़ी वजह ? .

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भारत समाचार के ठिकानों पर भी रेड ; विरोध में संसद व लोकसभा में हंगामा, दोनों सदन स्थगित

नई दिल्ली (khabargali) दैनिक भास्कर समूह और उत्तर प्रदेश में भारत समाचार चैनल के सभी ऑफिसों पर आयकर विभाग के छापे पड़ रहे हैं। यह छापेमारी आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग कर रही है। अहले सुबह एक साथ सभी दफ्तरों पर छापे डाले गए हैं। देश के नामी मीडिया संस्थान दैनिक भास्कर ग्रुप के दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान के दफ्तरों व मध्य प्रदेश में व्यावसायिक परिसरों के साथ-साथ दैनिक भास्कर के मालिक सुधीर अग्रवाल के भोपाल स्थित घर पर भी आईटी की रेड हुई है। दैनिक भास्कर के साथ ही अब उत्तर प्रदेश में भारत समाचार चैनल के दफ्तर पर भी इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी की खबर आ रही है। आयकर विभाग की टीम चैनल के कार्यालय के अलावा एडिटर-इन-चीफ बृजेश मिश्रा, स्टेट हेड वीरेंद्र सिंह और दूसरे दूसरे प्रमोटर्स के घर पर भी जांच के लिए पहुंची है।

भाजपा नेता और शराब कारोबारी के ठिकानों पर भी छापा

इधर उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में भाजपा नेता, नगर पालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन व शराब कारोबारी ओम प्रकाश जायसवाल के घर पर भी आयकर विभाग ने छापा मारा है। टीम शाहगंज स्थित मकान, फार्म हाऊस समेत कई संबंधितों ठिकानों पर अहम दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। इसमें लखनऊ, वाराणसी, आजमगढ़ की टीम शामिल है।

लोकसभा में हुआ हंगामा

 विपक्षी सदस्यों ने राज्यसभा में भास्कर ग्रुप पर इनकम टैक्स विभाग के छापों का विरोध किया और नारेबाजी की। इसके बाद सदन दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया। लोकसभा में भी हंगामा हुआ, यहां फोन टैपिंग और जासूसी का मुद्दा भी उठा। लोकसभा को भी 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया है। बताते चलें कि आयकर विभाग की तरफ से यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है। विपक्षी दल पेगासस जासूसी मामले को लेकर सरकार पर लगातार हमलावर रहे हैं। मंगलवार को कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी पार्टियों ने संसद के दोनों सदनों में यह मुद्दा उठाते हुए कार्यवाही बाधित कर दिया था। विपक्षी सदस्यों ने पत्रकारों, नेताओं, मंत्रियों, न्यायाधीशों और अन्य लोगों की इजराइली पेगासस स्पाईवेयर से जासूसी कराए जाने के आरोपों पर दोनों सदनों में जमकर विरोध जताया था।

आयकर विभाग की छापेमारी की ये बड़ी वजह !!

पिछले कुछ महीनों में दैनिक भास्कर के विभिन्न संस्करणों ने महामारी की दूसरी लहर के दौरान गहरी जांच-पड़ताल वाली रिपोर्ट की थीं। दैनिक भास्कर पर की गई न्यूजलॉन्ड्री की रिपोर्ट में बताया गया कि कोविड-19 से संबंधित अव्यवस्थाओं को उजागार करने में अखबार लगातार लगा हुआ है, जबकि केंद्र और राज्य सरकारें ऐसा नहीं चाहती हैं। कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच जब देशभर में भारी किल्लत के बीच गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने अपने पास रेमडेसिविर होने का दावा किया था, तब दैनिक भास्कर के स्थानीय संस्करण दिव्य भास्कर ने पाटिल के मोबाइल नंबर को अपने पहले पेज की हेडलाइन बना दिया था, क्योंकि पाटिल के पास बड़ी मात्रा में रेमडेसिविर होने के सवाल पर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से उन्हीं से सवाल पूछने के लिए कहा था। अखबार के संपादकों में से एक ओम गौड़ ने न्यूयॉर्क टाइम्स में एक ऑप-एड भी लिखा था, जिसका शीर्षक था ‘द गंगा इज रिटर्निंग द डेड, इट डज नॉट.’इसके साथ ही दैनिक भास्कर देश के उन गिने चुने हिंदी अखबारों में से था जिसने द वायर और 16 मीडिया सहयोगियों द्वारा पत्रकारों, मंत्रियों, विपक्षी नेताओं, न्यायपालिका से जुड़े लोगों, कारोबारियों, सरकारी अधिकारियों, अधिकार कार्यकर्ताओं आदि सहित 300 से अधिक भारतीयों की इजराइल के एक सर्विलांस तकनीक से जासूसी कराने की खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित किया। आपको बता दें कि दैनिक भास्कर ग्रुप देश में कुल 5 समाचार पत्रों का प्रकाशन करता है। हिंदी, मराठी और गुजराती भाषा में उसके 65 संस्करण देश के अलग-अलग हिस्सों से प्रकाशित होते हैं। भारत समाचार भी लगातार ऐसी कवरेज कर रहा था जिसे भाजपा के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार के साथ ही केंद्र सरकार को भी असहज स्थिति का सामना करना पड़ता था। बता दें कि कोरोना संक्रमण, हाथरस रेप मामला या फिर यूपी में बढ़ते अपराध पर भारत समाचार ने खुलकर सरकार की आलोचना की थी।

राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू

दैनिक भास्कर ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने इसे लेकर ट्वीट किया है और मोदी शाह की ओर से इसे पत्रकारिता पर प्रहार करार दिया है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'पत्रकारिता पर मोदीशाह का प्रहार! मोदी शाह का एक मात्र हथियार IT, ED और CBI!मुझे विश्वास है अग्रवाल बंधु डरेंगे नहीं।' इसके आगे दिग्विजय सिंह ने लिखा, 'दैनिक भास्कर के विभिन्न ठिकानों पर इनकम टैक्स इन्वेस्टिगेशन विंग की छापामार कार्रवाई शुरू। आधा दर्जन स्थानों पर मौजूद है इनकम टैक्स की टीम।

' अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दैनिक भास्कर और भारत समाचार पर आयकर छापे मीडिया को डराने का प्रयास है। उनका संदेश साफ़ है- जो भाजपा सरकार के ख़िलाफ़ बोलेगा, उसे बख्शेंगे नहीं।ऐसी सोच बेहद ख़तरनाक है।सभी को इसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठानी चाहिए। ये छापे तुरंत बंद किए जायें और मीडिया को स्वतंत्र रूप से काम करने दिया जाए।