छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल अनुसुईया उइके से की मुलाकात

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रायपुर(khabargali)। छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल अनुसुईया उइके से मुलाकात की. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, सांसद विधायकों की करीब 45 मिनट तक राज्यपाल के साथ चर्चा हुई. पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि विपक्ष ने खुद से प्रस्ताव रखा था कि हम सार्थक सुझाव देना चाहते हैं. घोर आश्चर्य होता है कि कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री के पास विपक्ष को सुनने का वक़्त नहीं है. मिलने के लिए वर्चुअल बैठक की बात कही जाती है. ये विपक्ष का अपमान है. ये बताता है कि सरकार की नजर में विपक्ष क्या है ?

पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि हम राज्यपाल से आज मिले हमने ये बताया कि सरकार के मुखिया का व्यवहार कैसा है. 1 करोड़ 30 लाख वैक्सीन लगने है. इसकी कार्ययोजना क्या है ? इसका जवाब सरकार के पास नहीं है. हम जानना चाहते हैं कि वैक्सीन निर्माता कंपनियों को कितना भुगतान किया गया, ये बताने के लिए सरकार तैयार नहीं है ?

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शराब का सेस खर्च करने में क्यों हो रही दिक्कत?

उन्होंने कहा कि अंत्योदय, बीपीएल, एपीएल, फ्रंट लाइन चार हिस्सों में वैक्सीनेशन को बांट दिया गया है. यहां एपीएल कार्ड किसी ने नहीं बनाया. सेंटरों में जाने से उन्हें भगाया जा रहा है. सरकार के पास शराब का 600 करोड़ सेस है. 800 करोड़ दूसरे मद का है. जब देश के दूसरे राज्य खर्च कर रहे हैं, तो फिर सरकार को खर्च करने में दिक्कत क्या है.

सचिवों की कमेटी का क्या निर्णय हुआ?

फेस टू फेस बात करने में सरकार को दिक्कत नहीं है. सरकार के पास जवाब नहीं है. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनी है. लेकिन कमेटी ने क्या निर्णय लिया ये बताने वाला कोई नहीं है. ग्रामीण इलाकों में कोरोना जांच बंद हो गई है. इसमें हेराफेरी का काम हो रहा है.

दवा की बजाय दारू की होम डिलीवरी

रमन सिंह ने कहा कि देश में किसी राज्य में ऐसा नहीं हुआ कि आपदा को अवसर में बदल दिया जाए. नकली शराब पीकर दस लोग मर गए, तो सरकार ने शराब की होम डिलीवरी शुरू कर दी. दवाई की घर पहुँच सेवा हो, खाने की घर पहुँच सेवा हो, मगर शराब बेचने की जल्दबाजी सरकार की है.

वर्चुअल बैठक में नहीं होंगे शामिल- साय

प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि संगठन के कार्यक्रम सेवा की संकल्प के जरिये बीजेपी जरूरतमंदों तक मदद पहुँचा रही है. हम सरकार से मिलकर जरूरी सुझाव देते, लेकिन वक़्त नहीं मिला. हम वर्चुअल बैठक में शामिल नहीं होंगे.

ये निर्लज्ज सरकार है- बृजमोहन

पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार को आमने सामने की मीटिंग में दिक्कत क्या है. हम सरकार को सहयोग करने के लिए सुझाव देने और जानकारी लेने जाना चाहते थे. ये डरपोक सरकार है, जो विपक्ष से मिलने में डरती है. ये सरकार निर्लज्ज हो गई है. ऐसी सरकार को एक मिनट भी रहने का अधिकार नहीं है.