
कोटा (खबरगली) पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भरत सिंह का सोमवार रात जयपुर के एसएमएस अस्पताल में निधन हो गया। पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ होने के कारण उनका उपचार चल रहा था। कांग्रेस देहात जिलाध्यक्ष भानू प्रताप सिंह ने जानकारी दी कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई नेता अंतिम यात्रा में शामिल होंगे।
बता दें कि मंगलवार सुबह 11 बजे उनके पैतृक गांव कुंदनपुर में अंतिम संस्कार किया जाएगा। सुबह 10 बजे भरत सिंह की देह कांग्रेस कार्यालय में लाई जाएगी और वहां पर श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। चार बार विधायक रहे भरत सिंह अपनी ईमानदार छवि एवं बेबाकी के लिए जाने जाते थे। सत्ता में रहते हुए उन्होंने अपनी ही सरकार का कई बार विरोध भी किया।
साल 2003 से 2013 तक लगातार दस साल दीगोद (सांगोद) विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। साल 2003 में उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता ललित किशोर चतुर्वेदी को शिकस्त दी थी। साल 2018 में सांगोद से चुनाव जीतकर चौथी बार विधानसभा में पहुंचे।
ऐसा रहा सरपंच से मंत्री तक का सफर
सांगोद से चार बार विधायक रहे भरत सिंह ने राजनीति में एक मिसाल कायम की। उनका सफर गांव की चौपाल से शुरू होकर मंत्रालयों तक पहुंचा। साल 1977 से 1981 तक कुंदनपुर ग्राम पंचायत के सरपंच रहे भरत सिंह ने स्थानीय स्तर पर अपनी ईमानदारी, सादगी और बेबाक छवि से जनता का विश्वास जीता। धीरे-धीरे वे कांग्रेस संगठन में सक्रिय हुए और सांगोद विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर प्रदेश राजनीति में अपनी पहचान बनाई।
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