कलाकारों के हक का पैसा क्यों नही दे रही सरकार?: शरद अग्रवाल

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भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश मीडिया प्रभारी ने संस्कृति विभाग पर लगाया आरोप

संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत के आदेश के बाद भी अधिकारियों के टेबल पर फ़ाइलें लंबित

रायपुर (khabargali) प्रदेश में हुए वर्ष 2016 से वर्ष 2020 तक विभिन्न अवसरों पर जन प्रतिधियो की मांग पर प्रदेश कलाकारों द्वारा प्रदत्त कई कार्यक्रम ऐसे हैं जिनका भुगतान कई साल से लंबित है जबकि कलाकारों के आग्रह पर 6 माह पहले संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत द्वारा इन कार्यक्रमों की सूची मंगा कर भुगतान करने का आदेश जारी किया गया था, उसके बावजूद अधिकारियों के टेबल पर वें फ़ाइलें लंबित हैं। भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ छत्तीसगढ़ के प्रदेश मीडिया प्रभारी शरद अग्रवाल ने एक प्रेस रिलीज जारी कर राज्य सरकार के संस्कृति विभाग के अधिकारियों पर उक्त आरोप लगाया है।

शरद अग्रवाल ने बताया कि संस्कृति मंत्री के आदेश के बावजूद लंबित भुगतानों की फ़ाइल लगभग ढ़ाई माह मंत्रालय में अटकी रही उसके बाद यह फ़ाइल संस्कृति विभाग पहुंची और वहां भी ढ़ाई माह से येन केन प्रकारेण यह फ़ाइल रुकी रही । फिर लगभग 26 दिन पहले पूर्ण सत्यापन के साथ प्रशासनिक स्वीकृति के लिए यह फ़ाइल संस्कृति सचिव के पास भेजी गई जिसे गत मंगलवार मंत्रालय में बैठक के समय संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने अनुमोदन कर सचिव को साइन कर तत्काल विभाग भेजने को कहा । इसके बावजूद सोमवार 22 मार्च तक यह फ़ाइल संबंधित विभाग नही पहुंची है। सचिव द्वारा इस फ़ाइल में साइन न करने का कारण समझ के बाहर है ।

भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी शरद अग्रवाल ने बताया कि लगभग 431 कार्यक्रम के भुगतान की यह फ़ाइल सत्यापन के साथ है । इस पर मंत्री का अनुमोदन भी है, विभाग के पास पर्याप्त बजट भी है और मॉर्च माह के चलते ये बिल 25 मॉर्च तक लगना आवश्यक है अन्यथा विभाग के पास उपलब्ध बजट की राशि लैप्स हो जाएगी और कई साल से अपने भुगतान का इंतजार कर रहे सैकड़ों कलाकारों का भुगतान फिर लंबित हो जाएगा ।

शरद अग्रवाल ने कहा कि एक तरफ़ छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के खाते में 1104 करोड़ डालने का दावा कर रही दूसरी ओर संस्कृति विभाग के पास बजट होते भी अंचल के कलाकारों उनके हक का पैसा नहीं दे रही है। जबकि कोरोना काल में आयोजन नहीं होने की वजह से ये पहले से आर्थिक संकट से जूझ रहे है। कलाकारों के प्रति यह असंवेदनशीलता समझ से परे है । प्रदेश कांग्रेस सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष इस पर चुप्पी साधे राजनीतिक आयोजनों ,महोत्सव में कार्यक्रम प्रस्तुत करने में मशगूल हैं। अगर यह वर्षों से लंबित भुगतान शीघ्र नही हुआ तो सभी कलाकारों सहित भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ इनके खिलाफ आंदोलन छेड़ेगी।