कांग्रेस की सत्ता में आने के बाद बनी विस्फोटक स्थिति: डॉ. रमन सिंह गृह
मंत्री ताम्रध्वज ने इंटेलिजेंस फेल्यिर से इनकार किया
कवर्धा (khabargali) पिछले एक सप्ताह से कुछ उपद्रवी तत्वों के कारण घटित घटना से परेशान कवर्धा शहर में हिंसा के बाद अब तनाव की स्थिति खत्म हो चुकी है।वहीं जिला प्रशासन ने कवर्धा शहर में लगे कर्फ्यू पर बड़ी राहत दी है। रविवार को शहर में कर्फ्यू के बीच व्यापमं की ओर से प्रवेश परीक्षा भी हुई। स्थिति की समीक्षा के बाद कबीरधाम कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने सोमवार से कर्फ्यू पर बड़ी राहत दे दी है। अब दुकान खोलने का समय सुबह 9 बजे से 3 बजे निर्धारित किया गया है। आज से स्कूल, कालेज, ऑफिस और बैंक भी खोल दिए गए हैं। रविवार तक यह समय 10 बजे से 2 बजे तक तय था। कलेक्टर ने बताया, शहर के आम लोग शाम 5 बजे से 7 बजे तक घर से कामकाज के लिए निकल सकते हैं। सुबह सब्जी खरीदी-बिक्री, दोपहर तक सभी प्रकार के व्यापार खुलेंगे और शाम को 5 से 7 बजे घूमने फिरने के लिए छूट दिया गया। इस दौरान लोग मंदिर भी जा सकेंगे। चूंकि नवरात्रि पर्व है इसके चलते ही दो घंटे का विशेष छूट दिया गया है। घर से बाहर निकलते समय उन्हें अपना पहचान पत्र रखना अनिवार्य होगा। शहर की सभी सीमाएं सील रहेंगी। चौकसी बरती जाएगी। कलेक्टर के निर्देश के अनुसार कवर्धा शहर के अंदर सभी शैक्षणिक संस्थान, स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर आज से खुल गए हैं। पुलिस की चौकसी पूरे शहर में है और आगे भी रहेगी। लोगों ने खुद होकर प्रशासन को सहयोग करना प्रारंभ कर दिया है।
कवर्धा मामले में फरार 11 और आरोपियों को पकड़े जाने के बाद भेजा गया जेल
विवाद के बाद पुलिस की धरपकड़ के बीच कई लोग फरार हो गए थे लेकिन पुलिस की टीम इन्हे तलाश रही थी। इनमें से फरार 11 और आरोपियों को पकड़े जाने के बाद आरोपीगणों को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर ज्युडिशियल रिमाण्ड प्राप्त किया गया है। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस की जारी विज्ञप्ति के मुताबिक जिस पर थाना कवर्धा में अपराध क्रमांक - 801/2021 धारा 147, 148, 294295, 323, 506 बी, भा.द.वि. एवं अपराध क्रमांक- 802/21 धारा 294, 336, 147 भा.द.वि. व अपराध कमांक, 804/21 धारा 147, 148, 353, 332, 153-ए, 427, 295 भा.द.वि. 25, 27 आम्र्स एक्ट एवं लोक संपत्ति नुकसानी का निवारण अधिनियम की धारा 3 कायम किया गया था। जिसमें पूर्व में 16 आरोपी गिरफतार किये जा चुके है। तथा प्रकरण में कुछ आरोपीगण फरार हो गये थे। जिनको गिरफ्तार करने का लगातार प्रयास किया जा रहा था, विभिन्न पुलिस पार्टियां आरोपीगणो की पतासाजी हेतु अलग-अलग शहरों में भेजी गयी थी। टेक्निकल टीम के मदद से एवं विभिन्न श्रोतों से पतासाजी कर उक्त प्रकरणों के नामजद एवं मुख्य आरोपी सहित 11 आरोपियों को आज पुलिस द्वारा गिरफतार करने में सफलता प्राप्त हुई है। आरोपीगणों को माननीय न्यायलय के समक्ष पेश किया जाकर ज्युडिशियल रिमाण्ड प्राप्त किया गया है। सभी आरोपीगण जेल भेजे गये।
बहुसंख्यक लोगों को डराने की कोशिश की जा रही है : डॉ. रमन
दूसरी ओर कवर्धा हालात का जायजा लेने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कवर्धा पहुंचे। इस दौरान वह 3 व 5 अक्टूबर को हुए घटनाक्रम में घायलों से मिलने उनके घर पहुंचे। वहीं मीडिया से बात करते हुए कहा कि तीन साल से बहुसंख्यक लोगों को डराने की कोशिश की जा रही है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि जब सरकार के संरक्षण में कोई साजिश होती है तो जनता में इस तरह का आक्रोश पनपता है। पुलिस विभाग आंख मूंदकर कार्रवाई कर रही है। पूर्व सांसद अभिषेक सिंह और सांसद संतोष पाण्डेय पर लगे आरोपों पर रमन सिंह कहा, कांग्रेसियों की जबान में जो बातें आ रही है, वह यही बता रही है कि इस घटना को राजनीतिक मोड़ देने की कोशिश हो रही है
उन्होंने कहा कि राजनीति करते करते 3 साल में इन्होंने कवर्धा को जला डाला। कवर्धा को शांति का टापू कहा जाता है, ऐसी जगह पर इस तरह की परिस्थिति क्यों निर्मित हुई? कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद कवर्धा में विस्फोटक जैसी स्थिति निर्मित हुई, वहां धारा 144 कभी भी नहीं लगाई गई थी। रमन सिंह ने कहा, मंत्रियों के दबाव में प्रशासन निर्णय नहीं ले रही है, एफआईआर करने में 48 घंटे लग जाते हैं। उसके बाद भी एकतरफा कार्रवाई हो रही है। 100 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तार कर ये समाज के समाज को क्या दिखाना चाहते हैं। अधिकारी भी देख लें, सरकार जो कह रही है वो कर रहे हैं। सरकार स्थायी नहीं होती है। तीन साल निकल गया, दो साल बचे हैं। इनका भी हिसाब किताब रखा जाएगा।मामले में न्यायिक जांच की जरूरत है, दोनों पक्षों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
कवर्धा हिंसा पर गृह मंत्री ताम्रध्वज ने यह कहा
कवर्धा हिंसा में पहली बार गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस ने बाहर से गुंडे बुलवा कर हिंसा कराई है। गृहमंत्री ने कवर्धा में इंटेलिजेंस फेलियर मानने से इनकार कर दिया। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही पहुंचे साहू ने कहा कवर्धा के लोग शांतिप्रिय हैं, वे कभी इस प्रकार की घटना घटित नहीं कर सकते। मंत्री ने कहा कि रमन सिंह स्पष्ट करें कि कवर्धा में जिन पर मामला दर्ज हुआ है, वह 18 साल से कम उम्र के बच्चे हैं या अधिक। रमन सिंह ने कवर्धा मामले में 70 बच्चों को गिरफ्तार करने का आरोप लगाया था। एफआईआर में कोई भी कवर्धा का व्यक्ति नहीं है। बल्कि ये बाहर से आए हुए लोग हैं। जिनके बारे में वीडियो फुटेज के आधार पर छानबीन की जा रही है।
- Log in to post comments