क्रुद्ध आदिवासियों ने स्कूल और चर्च को किया क्षतिग्रस्त
नारायणपुर (khabargali) नारायणपुर जिले में धर्मांतरण विवाद को लेकर जमकर बवाल मचा है। आदिवासियों ने समुदाय विशेष पर धर्मांतरण का आरोप लगाया है। अनियंत्रित भीड़ ने सोमवार को बांग्लापारा स्थित विश्वदीप्ति स्कूल और उससे लगे चर्च पर हमला बोल दिया। गिरजाघर के अंदर मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करने के अलावा फर्नीचर को भी तोड़ दिया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने हंगामा बढ़ते देखा और समझाने पहुंची, तो उपद्रवियों ने बीच बचाव करने गए एसपी पर ही हमला हो गया। दो पक्षों के बीच चल रहे विवाद के बीच जमकर पत्थरबाजी और लाठी-डंडे चले। इस दौरान नारायणपुर एसपी सदानंद कुमार गुस्साई भीड़ को शांत करने की कोशिश कर रहे थे इसी बीच किसी ने उनके सर पर पीछे से आकर हमला कर दिया। एसपी चोट लगने के बावजूद भी वहाँ डटे रहे, गंभीर रूप से घायल हो जाने की वजह से उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया है। उनके सिर पर पांच टांके लगाए गए हैं।
मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। वहीं जिला कलेक्टर अजीत वसंत भी अस्पताल में मौजूद है। वहीं पथराव में थाना प्रभारी सहित कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। थाना प्रभारी को जगदलपुर रेफर किया गया है। कई और जवान हमले में घायल हैं। बस्तर आईजी नारायणपुर पहुंच गए हैं। आसपास के जिलों से भी फोर्स बुला ली गई है। पूरा नारायणपुर छावनी में तब्दील हो गया है। रात 8 बजे तक माहौल शांत हो गया था। पुलिस थाने में रात तक किसी के खिलाफ एफआईआर नहीं हुई है। सर्व आदिवासी समाज के एक कार्यकर्ता से पुलिस पूछताछ कर रही है। इसके पीछे मूल वजह धर्मांतरण को बताया जा रहा है। कुछ इलाकों में तो हादसों में मृत समुदाय विशेष के लोगों के अंतिम संस्कार को लेकर भी विवाद की नौबत आई है। हालांकि अब तक सभी मामलों में जैसे तैसे सुलह हो जाती है पर अब ग्रामीण बवाल मचाने लगे हैं।
बीते 7 महीने में कई बार हुए विवाद
बीते 7 महीने में बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों में समुदाय विशेष के साथ ग्रामीणों का विवाद चल रहा है। इससे पहले रविवार को दो पक्षों में मारपीट हुई। इसी के विरोध में सोमवार को समाज ने एक आदिवासी समाज ने बैठक भी बुलाई थी। इसी दौरान यह घटना घटी है। असल में ये पूरा विवाद शनिवार रात से शुरू हुआ था। बताया गया कि कुछ लोग गोर्रा गांव में हथियार और लाठी-डंडा लेकर घुसे थे। यहां इन लोगों ने गांव के लोगों से मारपीट की। फिर जब पूरे गांव के लोग जमा हो गए। तब हमलावर मौके से भाग निकले थे। रविवार को झड़प में भी स्थानीय एडका थाना के प्रभारी भुनेश्वर जोशी घायल हो गए थे। इससे पहले 18 दिसंबर को इसाई धर्म अपनाने वाले आदिवासियों को उनके गांवों से निकाल दिया गया था, जिसके बाद से तनाव जैसे हालात बने हुए हैं।
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