
रायपुर (khabargali) प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जीवाड़े पर रोक नहीं लग पा रही है। राज्य पीएससी हो या केंद्र की एसएससी, रेलवे, आईबीपीएस परीक्षाओं में कई तरह के फर्जीवाड़े हो रहे हैं। आईबीपीएस परीक्षा में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। भारत सरकार के ईसीजीसी के लिए आईबीपीएस की ओर से आयोजित प्रतियोगी परीक्षा दूसरे ने दी। इंटरव्यू भी दिया, लेकिन चयन के बाद नौकरी करने कोई दूसरा पहुंचा। बकायदा दो माह तक उसने नौकरी की। इस दौरान इंग्लिश की कमजोरी से अधिकारियों को उस पर शक हुआ। इसकी जांच कराई गई, तो फर्जी मुन्नाभाई का मामला उजागर हुआ। इसके बाद नौकरी करने वाला फरार हो गया। मामले में शामिल आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया। इस मामले से पूरी चयन प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं।
खुद को बीमार बताया, छुट्टी ली, हुआ फरार
ईसीजीसी कंपनी भारत सरकार का एक उपक्रम है। इसमें भारत से बाहर जाने वाली वस्तुओं का बीमा संबंधी कार्य किए जाते हैं। इस कंपनी में 70 पदों की भर्ती के लिए वर्ष 2022 में विज्ञापन जारी हुआ था। भर्ती परीक्षा आईबीपीएस की ओर से कराया गया था। रायपुर के सरोना में ऑनलाइन परीक्षा सेंटर बनाया गया था। इस परीक्षा में राजस्थान के भरतपुर निवासी विनित कुमार रामदयाल मीना भी शामिल हुआ। लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद इंटरव्यू भी हुआ। अंत में उसका चयन भी हो गया। 20 जनवरी 2023 को विनित कुमार को ऑफर लेटर जारी कर दिया गया। ऑफर लेटर जारी होने के बाद वह मुंबई स्थित ईसीजीसी कंपनी ज्वाइन कर ली। नौकरी करने लगा।
कामकाज के दौरान इंग्लिश के दस्तावेजों को पढ़ने, लिखने और बोलने में उसे दिक्कत होने लगी। इससे अधिकारियों को उस पर शक हुआ। इसके बाद उनके चयन की जांच के लिए आईबीपीएस को लिखा गया। आईबीपीएस ने मामले की जांच शुरू की। इस दौरान विनित कुमार ने खुद को बीमार बताते हुए छुट्टी ले ली और फरार हो गया। जांच में खुलासा हुआ कि नौकरी करने वाला विनित कुमार कोई और है। परीक्षा देने वाला कोई दूसरा है। मतलब लिखित परीक्षा, इंटरव्यू किसी दूसरे ने दिया है और नौकरी कोई दूसरा व्यक्ति कर रहा था।
मुंबई में एफआईआर, रायपुर पुलिस करेगी जांच
पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद ईसीजीसी ने मुंबई में विनित कुमार मीणा और परीक्षा देने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपराध दर्ज कराया है। चूंकि परीक्षा रायपुर के डीडी नगर थाना क्षेत्र के सरोना में हुई है। इस कारण पूरे मामले की जांच के लिए एफआईआर डीडी नगर थाने में भेजी गई है। पुलिस ने धोखाधड़ी व अन्य धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है।
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