बिलासपुर (खबरगली) रायगढ़ स्टेशन से पहले पुणे–हावड़ा आजाद हिंद एक्सप्रेस (12129) के एक जनरल कोच में बुधवार रात अचानक आग लगने की घटना से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। यह घटना भूपदेवपुर–किरोड़ीमल नगर सेक्शन में उस समय हुई, जब ट्रेन अपनी नियमित रफ्तार से आगे बढ़ रही थी। तीसरे जनरल कोच से अचानक घना धुआं निकलता देख यात्रियों में दहशत फैल गई और सभी ने तत्काल स्थिति की गंभीरता को समझते हुए चेन पुलिंग (एसीपी) कर ट्रेन को रोक दिया।
घटना के समय ट्रेन में बड़ी संख्या में यात्री सवार थे। धुआं फैलते ही यात्रियों ने एक-दूसरे को सतर्क किया और बिना घबराहट के कोच से बाहर निकलने लगे। राहत की बात यह रही कि समय रहते ट्रेन रुक जाने और यात्रियों के सतर्क व्यवहार के कारण किसी भी प्रकार की जनहानि या चोट की सूचना नहीं मिली।
घटना की जानकारी सबसे पहले ट्रेन में तैनात टीटीई चंचल कुमार ने दी। उन्होंने कंट्रोल रूम को सूचित किया कि इंजन से तीसरे जनरल कोच में तेज धुआं उठ रहा है और आग लगने की आशंका है। सूचना मिलते ही रेलवे के संबंधित अधिकारी और सुरक्षा कर्मी अलर्ट हो गए। यात्रियों द्वारा एसीपी किए जाने के बाद ट्रेन को शाम 7 बजकर 41 मिनट पर नियंत्रित किया गया। उस समय ट्रेन पोल संख्या 599/21 के पास खड़ी कर दी गई।
आग की सूचना मिलते ही ट्रेन में मौजूद एसी मैकेनिक, गार्ड और लोको पायलट ने तत्परता दिखाते हुए अग्निशामक यंत्रों की मदद से आग पर काबू पाया। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, आग सीमित दायरे में ही थी और समय रहते उस पर नियंत्रण पा लिया गया, जिससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि कोच के भीतर रखे कुछ कागजों में आग लगी थी। जांच के दौरान किसी प्रकार का विद्युत शॉर्ट सर्किट या तकनीकी खराबी नहीं पाई गई। इससे यह स्पष्ट हुआ कि आग किसी यांत्रिक या विद्युत कारण से नहीं लगी थी। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के बाद स्थिति को पूरी तरह सामान्य किया गया और सुरक्षा मानकों की जांच की गई।
जांच के दौरान यह भी आशंका जताई गई कि किसी यात्री द्वारा बीड़ी या सिगरेट जलता हुआ फेंक दिए जाने से कागजों में आग लगी होगी, जिससे धीरे-धीरे धुआं फैल गया। इस संबंध में यात्रियों से पूछताछ भी की गई, लेकिन कार्रवाई के डर से कोई भी व्यक्ति सामने नहीं आया। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि चलती ट्रेन में धूम्रपान न करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचें, क्योंकि इससे गंभीर हादसे हो सकते हैं।
घटनास्थल पर स्थिति सामान्य होने के बाद ट्रेन को रात 8 बजकर 23 मिनट पर रवाना किया गया। इसके बाद जब ट्रेन रायगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंची, तो वहां वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर (एसएसई) और विद्युत स्टाफ द्वारा संबंधित कोच की संयुक्त जांच की गई। जांच के दौरान किसी भी तरह की खतरे की स्थिति नहीं पाई गई। सभी आवश्यक सुरक्षा मानकों की पुष्टि के बाद ट्रेन को रात 9 बजे अपने गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया।
रेलवे प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया है। साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए निगरानी और सख्ती बढ़ाने की बात कही गई है। उल्लेखनीय है कि पुणे–हावड़ा आजाद हिंद एक्सप्रेस (12129) देश की प्रमुख ट्रेनों में से एक है और इसमें प्रतिदिन बड़ी संख्या में यात्री सफर करते हैं। इस घटना में किसी के हताहत न होने से यात्रियों और रेलवे प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
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