
आतंकी हमले पर रॉबर्ट वाड्रा के विवादित बयान की हो रही जमकर आलोचना
नई दिल्ली/इंदौर (खबरगली) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले पर विवादित बयान देकर कांग्रेस की टॉप लीडर सोनिया गांधी के दामाद और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं। उनके उस बयान की अब जमकर आलोचना हो रही है। भाजपा ने वाड्रा के बयान की निंदा करते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा है। चारों तरफ से आलोचना झेल रहे रॉबर्ड वाड्रा अपने पुराने बयान को लेकर अब बैकफुट पर दिख रहे हैं। उन्होंने पीटीआई से खास बातचीत में कहा है कि मेरी बातों का गलत मतलब निकाला गया है।
मृतक नथानिएल के आहत भाई का फूटा गुस्सा
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई है। इस आतंकी हमले में मध्य प्रदेश के इंदौर के सुनील नथानियाल की भी मौत हो गई। सुनील नथानियल की अंतिम यात्रा बुधवार को नम आंखों से शुरू हुई और फिर इंदौर स्थित कब्रिस्तान में उन्हें रीति-रिवाज के अनुसार दफना दिया गया।सुनील की मौत से उनका परिवार आहत है। मृतक सुनील के भाई संजय ने कहा, ‘सुनील को कलमा पढ़ने को कहा गया था। नहीं पढ़ा तो गोली मार दी। ये कायराना हरकत है।वो हिंदू के नहीं पूरे हिंदुस्तान के दुश्मन हैं।’ इसके अलावा उन्होंने मोदी सरकार के फैसलों की तारीफ की। और उन्होंने रॉबर्ट वाड्रा और गांधी परिवार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। आतंकी हमले के बाद रॉबर्ट का बयान हिंसा भड़काने वाला है।’
ये कहा था वाड्रा ने
कांग्रेस की टॉप लीडर सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने पहलगाम आतंकी हमले पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने इस हमले के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी को संदेश दिया है। रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि मैं बहुत दुखी महसूस कर रहा हूं और इस आतंकी हमले में मारे गए लोगों के लिए मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। हमारे देश में हम देखते हैं कि यह सरकार हिंदुत्व की बात करती है, और अल्पसंख्यक असहज और परेशान महसूस करते हैं। अगर आप इस आतंकी हमले का विश्लेषण करें तो समझ आएगा कि अगर वे (आतंकी) लोगों की पहचान देख रहे हैं, तो वे ऐसा क्यों कर रहे हैं? ऐसा इसलिए क्योंकि हमारे देश में हिंदू और मुस्लिम के बीच एक विभाजन रेखा खिंच गई है।'
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि कुछ संगठनों को लगता है कि हिंदू सभी मुसलमानों के लिए समस्याएं खड़ी कर रहे हैं। पहचान देखकर मारना पीएम नरेंद्र मोदी को एक संदेश है। ऐसा इसलिए क्योंकि मुसलमान खुद को कमजोर महसूस कर रहे हैं। अल्पसंख्यक खुद को कमजोर महसूस कर रहा है। शीर्ष नेतृत्व से ऐसा संदेश आना चाहिए कि हम सभी देश में सुरक्षित महसूस करें और सेकुलरिज्म की भावना रहे। ऐसा हो जाए तो फिर हम इस तरह की घटनाएं नहीं देखेंगे।
सोशल मीडिया पर रॉबर्ट वाड्रा के बयान पर कई लोगों ने सवाल उठाए हैं। वहीं कुछ लोगों का कहना था कि आखिर मीडिया इनकी राय ही क्यों लेता है?
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