शर्मा गुड़ाखू फैक्ट्री हादसा : प्रबंधन ने किया 10-10 लाख रुपये मुआवजा ,1 सदस्य को नौकरी और बच्चों के देखभाल के ऐलान

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रायपुर (khabargali) राजधानी रायपुर स्थित शर्मा गुड़ाखू फैक्ट्री में अचानक हादसा हो गया था। इस दुर्घटना में तीन श्रमिकों की मौत हो गई थी। इस प्रकरण में कोतवाली पुलिस द्वारा फ़ैक्टरी मालिक/संचालक संजय शर्मा, सुनील शर्मा और मनोज शर्मा के विरुद्ध अपराध क्रमांक 271/2021 धारा 304A IPC दर्ज किया गया है। प्रकरण में जाँच जारी है।

इधर सन एंड सन के प्रवक्ता राजेश शर्मा ने बताया कि फैक्ट्री प्रबंधन ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है। इसके साथ ही परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी भी कंपनी देगी। साथ ही बेटियों की शादी और पढ़ाई का खर्चा उठाने की घोषणा की।

ये था मामला

गुड़ाखू फैक्ट्री में शर्मा गुड़ाखू की फैक्ट्री में कल दोपहर को साफ-सफाई के दौरान हादसा हुआ था।हुए अचानक एक हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो गई थी, मृतकों में पुरषोत्तम साहू, नेतराम साहू और संतोष उइके का नाम शामिल है। जैसे ही जानकारी हुई प्रबंधन ने तत्काल में इन तीनों को हास्पिटल ले जाकर उपचार करवाते हुए बचाने का भरसक प्रयास किया,लेकिन बचाया नहीं जा सका।

प्रबंधन मृतक सदस्यों के परिजनों के साथ

घटना पर दुख व्यक्त करते हुए पूरा प्रबंधन मृतक सदस्यों के परिजनों के साथ एक परिवार की सदस्य की तरह खड़े रहे। जांच की प्रक्रिया में सभी जानकारी देने के साथ सहयोग किया। मृतक सदस्यों के परिजनों ने भी शर्मा गुड़ाखू प्रबंधन पर पूरा विश्वास व्यक्त करते हुए कहा है कि उन्हे काम के दौरान किसी प्रकार की कभी परेशानी नहीं हुई। शर्मा गुड़ाखू के संचालक सुनील शर्मा ने बताया कि हमने हमेशा ही पूरे ग्रुप के कर्मचारियों को एक परिवार की तरह ही रखा जाता है। इस अचानक हुए हादसे को लेकर हमें भी बहुत दुख हैं। जहां तक गुड़ाखू निर्माण के दौरान किसी प्रकार चूक का प्रश्न है सवाल ही नहीं उठता। सुरक्षा के समुचित व्यवस्था है। लेकिन घटना घटित हुई है यह हम भी स्वीकार रहे हैं। मृतकों के हर सुख दुख में हम पूरी तरह हमेशा सहभागी रहेंगे। संचालक सुनील शर्मा ने बताया कि गुड़ाखू फैक्ट्री 40 साल से संचालित है और यहां तकरीबन 30 से 35 कर्मचारी काम करते हैं। सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक काम चलता है। नेतराम तकरीबन 30 साल से फैक्ट्री में काम कर रहा था। कंपनी का सुपरवाइजर भी था। संचालक का यह भी कहना है कि उस टैंक में कोई भी नहीं उतरता था, किस वजह से उतरे, इसका पता नहीं चल सका है। सभी कर्मचारियों की सुरक्षा व स्वास्थ्य को लेकर कंपनी प्रबंधन हमेशा ही सतर्क व व्यवस्थित रहा है।

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