Goddess with glasses

हर 03 साल में होता है बास्ताबुंदिन जात्रा का आयोजन, इस बार 28 अप्रैल को

जगदलपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के कांगेर वैली नेशनल पार्क के कोटमसर गांव में देवी बास्ताबुंदिन का मंदिर है। इन्हें चश्मे वाली देवी के नाम से भी जाना जाता है, जिन्हें भक्त काला चश्मा चढ़ाते हैं फिर प्रसाद स्वरूप अपने साथ लेकर जाते हैं, यह मान्यता सदियों से चली आ रही है। ग्रामीणों की मान्यता है कि देवी मां जंगल को हरा-भरा रखती हैं, जंगल के साथ ही हमारी रक्षा भी करती हैं। हर 03 साल में जात्रा का आयोजन किया जाता है। इस साल 28 अप्रैल को जात्रा का आयोजन किया जाएगा, जो 0