मुकेश शाह

"अगीरा की वर्णमाला का विमोचन"

रायपुर (khabargali) बच्चों का साहित्य लिखना कोई बच्चों का खेल नहीं है। बच्चों पर लिखने के लिए उनकी भावनाओं को समझने, बाल मन को जागृत करना जरूरी है। आज बाल साहित्य की आवश्यकता ज्यादा महसूस हो रही है।उक्ताशय के विचार बच्चों को रोचक अंदाज में वर्णमाला सिखाने के लिए लिखी गई पुस्तक "अगीरा की वर्णमाला" के विमोचन समारोह के मुख्य अतिथि श्री गिरीश पंकज ने व्यक्त किया । यह किताब जैन केयर की संचालिका व लेखिका श्रीमती शीलू लुनिया द्वारा लिखी गई है।