Sri Lanka

22 वाँ अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन कोलंबो श्रीलंका में संपन्न

नई दिल्ली (khabargali) राम किसी दिव्य पुरुष का नाम नहीं है । राम मनुष्य की आस्था, शक्ति और सौंदर्य का उज्ज्वल नाम है । यह भी सत्य है कि राम मूर्तियों में नहीं, हमारे जीवन में हैं । जीवन में व्याप्त इसी राम को एक विज्ञापन का रूप देते हुए कुछ लोग हमें कमज़ोर करने का प्रयास कर रहे हैं । हमें इसे समझना ही होगा । कहीं ऐसा न हो कि हमारी आस्था की शक्ति को कोई राजनीति का हथियार बना दे। यह कहना था - 22 वें अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन के दरमियां ‘राम का काम’ विषय पर अभिकेंद्रित अ