कहा- कृषि और राजस्व विभाग के अधिकारियों की टीम करेगी सर्वे
प्राकृतिक आपदा से हुई जनहानि, मकान क्षति, पशुहानि तथा फसल क्षति के आर्थिक अनुदान सहायता राशि प्रदान की जाएगी
रायपुर (khabargali) प्रदेश के किसानों की इस समय चिंता बढ़ गई है, दरअसल छत्तीसगढ़ में पिछले दो दिनों से हो रही बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि व आंधी-तूफान के कारण रबी, फल व सब्जी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।मौजूदा हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया में किसानों के लिए जारी संदेश में कहा है कि बेमौसम बारिश व ओले गिरने से फसलों को हानि हुई है, मगर इससे किसानों को मायूस होने की जरूरत नहीं है। फसल नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। राज्य सरकार, किसानों के हितों के लिए सदैव प्रतिबद्ध है।
राजस्व और आपदा प्रबंधन हुआ सक्रिय
इस बीच, राजस्व व आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर बेमौसम बारिश से फसलों को हुए नुकसान का सर्वे कराकर रिपोर्ट मांगी है, जिससे प्रभावित किसानों को राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत क्षतिपूर्ति राशि प्रदान की जा सके। राजस्व व आपदा प्रबंधन विभाग ने जिला कलेक्टरों को लिखे पत्र में कहा है कि मार्च महीने में असामयिक वर्षा, आंधी-तूफान, ओलावृष्टि तथा आकाशीय बिजली गिरने के कारण जन-धन की क्षति हुई होगी। असामयिक बारिश व ओलावृष्टि से खड़ी फसलों को भी क्षति हुई होगी। इसके मद्देनजर प्राकृतिक आपदा से हुई जनहानि, मकान क्षति, पशुहानि तथा फसल क्षति के लिए राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के प्रावधानों के तहत प्रभावित व्यक्तियों को नियमानुसार आर्थिक अनुदान सहायता राशि प्रदान करने की कार्यवाही की जाए। साथ ही असामयिक वर्षा से हुई जनहानि, पशुहानि तथा फसल क्षति की जानकारी राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों से सर्वे कराकर वास्तविक क्षति के संबंध में जानकारी निर्धारित प्रपत्रों में तत्काल इस विभाग को ई-मेल आईडी पर उपलब्ध कराने कहा गया है।
प्रदेश में हुई झमाझम बारिश
कल शाम घने बादलों के साथ तेज बारिश शुरू हो गई। लगभग आधे घंटे तक अलग-अलग क्षेत्रों में बारिश के साथ जमकर ओले भी गिरे। कोरबी पसान क्षेत्र में बारिश के साथ बर्फ गिरने सड़क, आंगन, खेत मे बर्फ की चादर सी बिछ गई। बारिश के साथ ओले गिरने से फसलों को खासा नुकसान पहुंचने की आशंका है। कोरबी-चोटिया क्षेत्र में तेज आंधी, तूफान के मध्य बारिश और ओले गिरने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ है।
ये फसल आए चपेट में
रबी सहित दलहनी व तिलहनी फसलों को काफी नुकसान हुआ है। सोयाबीन, चना, तिवरा, राहर, मसूर, अलसी, गेहूं की फसल क्षतिग्रस्त हुई है। इसी तरह सब्जी की फसलें भी चौपट हो गई हैं। इनमें टमाटर, मटर, भिंडी, करेला, कुदरू, बरबट्टी, गोभी, पालक, भाजी, धनिया-मेथी, सेमी, भांटा इत्यादि फसलों को ज्यादा नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा उद्यानिकी फसलों में आम, पपीता व केला की फसलें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।
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