मलबा हटाने का काम जारी, माना तो ये जा रहा है 14 लापता लोगों में शायद ही कोई बचा होगा
आक्रोशित ग्रामीण फैक्ट्री के बाहर धरने में बैठे
बेमेतरा (khabargali) बेमेतरा जिले के ग्राम पिरदा स्थित स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड कंपनी में ब्लास्ट के बाद मलबे में दबे मजदूरों की संख्या और लापता मजदूरों के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। हालांकि बताया जा रहा है कि 14 लोग लापता हैं जबकि 8 लोगों के लापता होने की रिपोर्ट लिखवाया गया है। आक्रोशित ग्रामीण फैक्ट्री के बाहर टैंट लगा कर धरने में बैठे हुए हैं। दिनभर चले रेस्क्यू आपरेशन के बाद एक भी मजदूर को जीवित या मृत अवस्था में बरामद नहीं किया जा सका। दिन में फैक्ट्री के बाहर दिनभर लोगों की भीड़ थी। इसलिए रात में काम चला, सुबह से फिर लोगों का मजमा लग गया। लिहाजा जेसीबी बुलवाकर मलबे को हटाने का काम शुरू किया गया है। जो मजदूर लापता हैं, उन्हें लोग मृत ही मान रहे हैं, लेकिन शव न मिलने की स्थिति में प्रशासन उसकी पुष्टि नहीं कर रहा है।
घटना स्थल के आसपास जिस तरह से मांस के लोथड़े बिखरे पड़े थे। जितने लोग दबे होंगे उन्ही के शरीर का हिस्सा है। आशंका जताई जा रही है कि वहां पर कोई भी जिंदा नहीं बचा होगा। फिलहाल अब भी कलेक्टर रणबीर शर्मा, एसपी रामकृष्ण सहित जिला प्रशासन के आला अधिकारी घटना स्थल पर ही उपस्थित हैं। रेस्क्यू आपरेशन के लिए आसपास के जिलों से भी संसाधन मंगाए जा रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि 1994 में ग्राम पिरदा में स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड कंपनी की स्थापना हुई थी। इसके बाद से वहां पर आए दिन कुछ न कुछ घटनाएं होती रहती हैं। हादसे के बाद जिस तरह से मजदूरों के रिकार्ड को गायब किया गया है, उससे कंपनी प्रबंधन की भूमिका सबसे अधिक संदेह के दायरे में है। आशंका जताई जा रही है कि प्रबंधन मजदूरों की वास्तविक संख्या को छिपाने का प्रयास कर रहा है। वहीं कंपनी में सुरक्षा के प्रबंध को लेकर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं।हालांकि शासन ने इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। न्यायिक जांच में ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
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