हनुमान जी के इन चमत्कारिक मंत्रों का करें जाप..सब कष्ट दूर हो जाएंगे

Hanuman ji's birthday, Hanuman devotees to Hanuman Chalisa, Sundara Kand, Bajrang Baan, Hanuman Vadwanal Stotra and Ramayana, Marakaya Namah ॐ Pingakshay Namah ॐ Vyapakaya Namah, ॐ Tejase Namah: ॐ Prasannaatnam Namah: ॐ Shuraya Nam: ॐ Shantay Namah नम  Namah ॐ Ruvirya Samudvāvaya Namah नु Hanumate Namah ॐ Vayu Putraya Namah ॐ Rudraya Namah ॐ Ajraya Namah ॐ Amartave Namas ॐ Veer Veera Raya Namah ॐ Veera Namas ॐ Nidhipataye Namah ॐ Varaday Namas ॐ Niramaya Namas ॐ Arogyakartely Namah,

ख़बरगली (फीचर डेस्क) हनुमान जी को रुद्र यानि शिव का अवतार माना गया है। बजरंगबली की पूजा दुखों के नाश के लिए अत्यंत प्रभावशाली मानी जाती है। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति उनका ध्यान करता है और उनके मंत्रों का जाप करता है उनपर बजरंगबली की कृपा हमेशा बनी रहती है। हनुमान भक्तों को हनुमान चालीसा, सुंदर कांड, बजरंग बाण ,हनुमान वडवानल स्तोत्र और रामायण का पाठ करना चाहिए। इसके अलावा आज हनुमान जयंती पर ख़बरगली आपको कुछ और चमत्कारी दिव्य मंत्रों के बारे में हम आपको बता रहे हैं जिनके जाप से जीवन की तमाम समस्याओं के लिए ये रामबाण उपाय साबित होंगे ये। इनके उच्चारण मात्र से ही आपके सभी संकट शीघ्र कट जाएंगे। इन मंत्रों के जप के चमत्कार जपकर्ता को हर पल दिखाई देने लेंगेगे। आपकी जितनी क्षमता हो, उतनी बार जाप करें। जैसे –जैसे आप इन मंत्रों का जाप करते जाएंगे, वैसे वैसे आपकी स्थिति सुधरती जाएगी।

कोरोना काल में उचित सावधानी और स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए निर्देशों के साथ यह मंत्र का जाप करें

- ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट ।। ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा ।।

बजरंगबली के ये सबसे चमत्कारिक मंत्र:

1. ॐ दक्षिणमुखाय पच्चमुख हनुमते करालबदनाय। 2. नारसिंहाय ॐ हां हीं हूं हौं हः सकलभीतप्रेतदमनाय स्वाहाः। 3. ॐ पूर्वकपिमुखाय पच्चमुख हनुमते टं टं टं टं टं सकल शत्रु सहंरणाय स्वाहा। 4. मर्कटेश महोत्साह सर्वशोक विनाशन। 5. मंगल भवन अमंगलहारी द्रवहु सो दशरथ अजिर विहारी। 6. ऊं हं हनुमते नम:

हनुमान साधना के ये भी है अचूक और प्रभावी मंत्र

मंत्र :महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते। हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये।।

श्री हनुमान मूल मंत्र:

ॐ ह्रां ह्रीं ह्रं ह्रैं ह्रौं ह्रः॥

द्वादशाक्षर हनुमान मंत्र:

हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्।

(इस मंत्र के बारे शास्त्रो में वर्णित हैं की यह मंत्र स्वतंत शिवजी ने श्रीकृष्ण को बताया और श्रीकृष्ण नें यह मंत्र अर्जुन को सिद्ध करवाया था जिसे अर्जुन ने चर-अचर जगत् को जीत लिया था।)

मंत्र : हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबल:। अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते।। ।।

ॐ महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते । हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये ।। ।। ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा ।। मंत्र : ऊँ हं हनुमंताय नम:।

महाबली हनुमान के ये भी है संकटहारी मंत्र

ॐ मारकाय नमः ॐ पिंगाक्षाय नमः ॐ व्यापकाय नमः, ॐ तेजसे नम: ॐ प्रसन्नात्मने नम: ॐ शूराय नम: ॐ शान्ताय नम: ॐ मारुतात्मजाय नमः ॐ रूवीर्य समुद्भवाय नम: ॐ हनुमते नमः ॐ वायु पुत्राय नमः ॐ रुद्राय नमः ॐ अजराय नमः ॐ अमृत्यवे नमः ॐ वीरवीराय नमः ॐ वीराय नमः ॐ निधिपतये नमः ॐ वरदाय नमः ॐ निरामयाय नमः ॐ आरोग्यकर्त्रे नमः

Category