रायपुर (khabargali) राजधानी में जब से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने लॉकडाउन लगा है तभी से सदर बाज़ार की वर्ष 1972 की एक पुरानी प्रतिष्टित संस्थान अलीगढ लॉक एजेन्सी के मालिक श्री प्रमोद शर्मा "चोटीवाला' सुबह 10 बजे अपनी गाडी मे लगभग 15 कार्टून पानी और थैले मे गूड़ के पॉकेट लेकर घर से अपने वाहन चालक और अपने पारिवारिक सदस्य जितेन्द्र गोलछा को लेकर निकालते है। श्री शर्मा पचेपेडी नाका से टाटीबन्ध गुरुद्वारा तक रास्ते मे कड़ी धूप के बीच जितने भी चौक चौराहे मे मुस्तैदी से डयूटी कर रहे पुलिस अधिकारी और सिपाहियों को गुड़ की डली ओर पानी का एक बॉटल देकर उनका शक्ति उत्साह बढ़ाते है।
राजधानी मे यूं तो कई संस्थाए सामाजिक कार्यों में लगी हैं पर इनकी बात कुछ अलग है क्योंकि पुलिस कर्मियों के बीच प्रमोद शर्मा "गूड़ वाले भईया" नाम से लोकप्रिय हो चुके हैं। इसके अलावा पुलिस कर्मियों के लिये शर्मा द्वारा मठा , सेनिटाइजर, मास्क और बिस्किट, चॉकलेट के पॉकेट, के साथ मुर्रा -चना जैसी बहुत सी सुखी चीज़ो का भी वितरण किया जा रहा है । श्री शर्मा द्वारा टाटीबन्ध गुरुद्वारा में उनके द्वारा निरंतर 25 से 75 kg चावल व सब्जी आदि राशन का समान भी प्रदान किया है।
इस सेवा भाव की प्रेरणा उन्हें अपने परिवार के सदस्यो से मिली है। प्रमोद शर्मा जी के पिता भगवानदास जी जो आज 93 वर्ष के हो चुके हैं बावजूद इसके वे स्वयं अपने निवास के आसपास के बेजुबान पशुओं गाय और कुत्तों के लिये रोज़ ताज़ी सब्ज़ी,चावल मंगवाकर खिलाते है। इस सेवा मे प्रमोद जी की प्रेरणा से उनके पारिवारिक सदस्य जितेन्द्र गोलछा भी उनके साथ निरंतर कन्धे से कन्धा मिलाकर हमेशा तत्पर है। साथ ही इस पुण्य कार्य मे उनके कई परिचित सदस्यो ने भी सहयोग किया है उनमे प्रमुख सराफा के सचिव दीपचंद कोटडिया, उपाध्यक्ष पवन अग्रवाल , कोषाध्यक्ष सुरेश भंसाली , यश जैन , योगज्योती साहू , ओम वर्मा और पारस जैन आदि हैं। उक्त जानकारी सराफा के सह सचिव जितेन्द्र गोलछा द्वारा दी गई है।
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