सीएए व एनआरसी के खिलाफ दक्षिण दिल्ली के बाद पूर्वी दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन

CAB Delhi Protest

दिल्ली के सीलमपुर में हिंसक प्रदर्शन-आगजनी, शाहदरा डीसीपी घायल; 3 मेट्रो स्टेशन बंद

नई दिल्ली (khabargali) नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन जारी है। दक्षिण दिल्ली के बाद अब पूर्वी दिल्ली में भी हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गया है। मंगलवार को पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर में प्रदर्शन के दौरान भीड़ हिंसक हो गई। प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने बसों में तोड़फोड़ भी की। वहीं, दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई के दौरान प्रदर्शनकारियों को जाफराबाद रोड पर रोक दिया है। रोकने के लिए लगातार अश्रु गैस के गोले दागे जा रहे हैं। वहीं, कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारियों के हिंसक प्रदर्शन के चलते पुलिस को पीछे हटना पड़ा है। इस दौरान मौके पर पहुंचे शाहदरा डीसीपी अमित शर्मा के सिर में पत्थर लगा है। सीलमपुर से जाफराबाद सड़क को बंद कर दिया गया है और सीलमपुर, जफरबाद, वेलकम, मौजपुर-बाबपुर, गोकुलपुरी समेत कई मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए हैं।

पुलिस पर पथराव किया प्रदर्शनकारियों ने 

उत्तर पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में भी बड़ी संख्या में लोग उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान कई गाड़ियों के शीशे तोड़े गए। पथराव में कुछ पुलिसवाले और प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं ।बताया जा रहा है कि इस दौरान भड़की भीड़ ने तीन बसों में जमकर तोड़फोड़ की और कई अन्‍य वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।

बवाल की शुरुआत दोपहर 1 बजे से हुई

सीलमपुर में बवाल की शुरुआत दोपहर 1 बजे से हुई। इस दौरान हाथ में तिरंगा लेकर कई लोग प्रदर्शन कर रहे थे और नए नागरिकता कानून को हटाने की मांग कर रहे थे। देखते-देखते प्रदर्शन ने उग्र रूप से ले लिया इसके बाद पथराव शुरू हो गया।

पुलिस ने मंगवाए ड्रोन

वहीं हालात पर नजर बनाए रखने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने ड्रोन भी मौके पर मंगवा लिए हैं। वहीं दिल्ली पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। साथ ही मौके पर अतिरिक्त फोर्स भी तैनात की गई है । 

शाहीन बाग में देर रात तक डटे रहे प्रदर्शनकारी

इससे पहले  शाहीन बाग इलाके में रविवार को शुरू हुआ धरना व विरोध प्रदर्शन सोमवार के बाद मंगलवार को भी जारी रहा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कालिंदी कुंज से सरिता विहार जाने वाले रोड पर डिवाइडर की रेलिंग, साइन बोर्ड पत्थर और पेड़ उखाड़कर डाल रखे थे। वहीं, पीडब्लूडी की मेंटीनेंस वैन को भी प्रदर्शनकारियों ने क्षतिग्रस्त कर रोड के बीचोंबीच खड़ा कर दिया। ठंड से बचने के लिए रोड पर जगह-जगह आग जला रखी थी। देर रात तक प्रदर्शनकारी धरने पर बैठे हुए थे।
प्रदर्शनकारी अन्य स्थानीय लोगों से अपने घरों से बाहर निकलकर प्रदर्शन में शामिल होने की अपील कर रहे थे। इस दौरान शाहीन बाग के हाईटेंशन लाइन वाला मुख्य बाजार पूरी तरह बंद रहा। प्रदर्शन में स्थानीय लोगों के अलावा जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र-छात्रएं और यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्र-छात्रएं भी पहुंचे थे। धरने को पूरे दिन जामिया और एएमयू के छात्रों ने ही संबोधित किया।

प्रदर्शनकारियों को बांटे बिरयानी और केले

ओखला के पूर्व विधायक आसिफ मुहम्मद खान भी सुबह से दोपहर तक प्रदर्शनकारियों के बीच मौजूद थे। दोपहर और शाम को स्थानीय महिलाएं भी धरने में शामिल हुईं। महिलाओं ने हाईटेंशन लाइन मार्केट से मेन रोड तक जुलूस भी निकाला। प्रदर्शनकारी लोगों से चंदा देने की अपील भी कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों को स्थानीय लोगों ने बिरयानी और केले बांटे। प्रदर्शन कर रहे अधिकांश लोगों ने दोपहर और शाम को धरना स्थल पर ही नमाज पढ़ी।

प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने भड़काऊ बातें लिखे हुए पर्चे बांटे

शाहीन बाग के हाईटेंशन लाइन मुख्य बाजार में प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने धर्म विशेष से जोड़कर छपवाए गए भड़काऊ बातें लिखे हुए पर्चे बांटे। इन पर्चे में कुरान की आयतों को आधार बनाकर लोगों को उकसाने की कोशिश की जा रही थी। ये पर्चे हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू, तीनों भाषाओं में थे। साथ ही पर्चे की फोटो खींचकर उन्हें विभिन्न सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जा रहा था।


जामिया में प्रदर्शन के दिन का एक विडियो सामने आया..पुलिस की ओर से कई बार की गई अपील

इधर जामिया में हुई हिंसा को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच, दिल्ली पुलिस का एक विडियो सामने आया है, जिसमें दिल्ली पुलिस के जॉइंट सीपी लगातार प्रदर्शनकारियों से अपील कर रहे हैं कि पत्थर और ट्यूब न मारें। विडियो में प्रदर्शनकारियों से पुलिस की अपील के दौरान भी पत्थर फेंकने और कांच टूटने की आवाज आ रही है। पुलिस अपील में यह भी कह रही है कि कुछ बाहर के लोग प्रदर्शन में शामिल हो गए हैं।  दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले जारी इस विडियो में पुलिस पत्थर नहीं चलाने की अपील कर रही है। पुलिस के अधिकारी लाउडस्पीकर पर कह रहे हैं, 'मैं आप सबसे अपील करना चाहता हूं कि पत्थर न चलाएं। लगातार ये पत्थर हम लोगों पर आ रहे हैं। हम लोग आपकी सुरक्षा के लिए हैं। आपके बीच कुछ गलत लड़के पहुंचे हैं और हम पर लगातार पत्थर फेंक रहे हैं।'  पुलिस अधिकारी प्रदर्शनकारी छात्रों के प्रतिनिधियों से मिलने की भी अपील करते हैं। पुलिस अधिकारी कहते हैं, 'हम चाहते हैं कि आपके नुमाइंदे (प्रतिनिधि) आकर हम लोगों से मिलें। लगातार पत्थर चल रहे हैं जिससे हम चोटिल भी हो रहे हैं। मजबूरन हमें बल प्रयोग करना पड़ सकता है। आपकी यूनिवर्सिटी का नाम खराब होगा। हम बिल्कुल भी ऐसा नहीं चाहते हैं।' 

जामिया प्रदर्शन में 10 लोगों को किया गया अरेस्ट 

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के दौरान हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं और इनमें कोई भी छात्र नहीं है।

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