श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह में दिखी रुकमणी विवाह की अलौकिक भव्यता

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रायपुर (khabargali) श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह जो कि 26 जनवरी से 2 फरवरी तक बीटीआई ग्राउंड शंकर नगर में हो रहा है जिसका आज आठवां दिन था जिसके कथा व्यास अंतर्राष्ट्रीय संत पुरान मनीषी परम पूज्य आचार्य श्री कौशिक जी महाराज वृंदावन के द्वारा किया जा रहा है महाराज जी ने बताया क्योंकि कल गुप्त नवरात्रि का नवमी का दिन है इसलिए कथा का समापन भी 3 फरवरी को ही किया जाएगा| मीडिया प्रभारी अतुल श्रीवास्तव ने बताया अब कथा कल 3 फरवरी को समाप्त होगी उसके पहले सुबह 10:00 बजे से महा भंडारे का आयोजन किया गया है|

आज गुप्त नवरात्रि की अष्टमी का दिन है तथा आज रुकमणी विवाह का आयोजन किया गया भक्त जनों की भीड़ रुक्मणी विवाह की गवाह बनी| कृष्ण जी अपनी अपने रथ पर सवार होकर बारात लेकर पंडाल के मध्य में पहुंचे तथा फिर उन्हें मंच पर ले जाया गया जहां पर रुकमणी जी हाथ में वरमाला लिए उनका इंतजार कर रही थी फिर दोनों का विवाह संपन्न कराया गया| कृष्ण जी और रुक्मणी जी दोनों ने ही विवाह के बाद महाराज जी से आशीर्वाद लिया | भगवान ने दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पर्वत उठाया था और 7 दिन बाद उन्होंने पर्वत को धरती पर रखा था वह दिन गोपाष्टमी कहलाता है उन्होंने बताया हम पूजा करते समय जो चीजें इस्तेमाल करते हैं उनका अर्थ भी पता होना चाहिए जैसे दही का अर्थ है सम्मान घी का अर्थ है संपत्ति वापस आना याने लक्ष्मी जी आना| शहद याने आकर्षण और चीनी याने निष्काम साधु संतों के लिए स्नान का समय है सुबह 3:00 बजे से लेकर 4:30 बजे तक भगवान के लिए 4:30 बजे से सूर्योदय तक और मानव के लिए सूर्योदय से एक घंटा पहले |

उन्होंने बताया बचपन में यमुना चाहिए युवा अवस्था में नर्मदा चाहिए और बुढ़ापे में गंगा चाहिए उन्होंने बताया गोवर्धन लीला चरित्र को निर्माण करने वाली लीला है गो याने इंद्रिय वर याने श्रेष्ठ और धन यानी खजाना | गुरुजनों के पास तीन चीजें हैं आहार सुहाग और स्वभाव | नारद जी कंस के भी गुरु है और गुरु को ऐसा होना चाहिए कि शिष्य के सामने एक ना एक दिन परमात्मा को खड़ा कर दे नारद जी ने भी कंस के सामने भगवान को खड़ा कर दिया था| इनका विरोध नहीं करना चाहिए शास्त्र के लिए यह जरूरी है जिन से कर्ज लिया हो उसका विरोध नहीं करना चाहिए|उन्होंने कहा हम सामने वाले से जितने स्नेह से मिलेंगे वह भी उतने ही उदारता से आशीर्वाद देंगे| उन्होंने बताया आह का मतलब अपने को खुश करने में वाह का मतलब अपने लोगों को खुश करने में और स्वाहा का मतलब देवताओं को प्रसन्न करने में यह तीन शब्द कमाल के हैं | श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का सीधा प्रसारण सत्संग चैनल में दोपहर में 2:00 से 4:00 तथा रात्रि 9:00 बजे से लगातार किया जा रहा है ने और भी अन्य धार्मिक विषयों पर सत्संग किया गया तथा हजारों की संख्या में भक्तजनों ने प्रवचनों का आनंद लिया ।

 आज की कथा में अतिथियों के रूप में परम पूज्य राजेश्री महंत डॉ राम सुंदर दास जी महाराज एवं माननीय विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत जी माननीय महापौर श्री एजाज ढेबर माननीय विधायक श्री कुलदीप जुनेजा जी पार्षद श्री आकाश तिवारी पार्षद श्री रोहित साहू श्रीमती नीता देवेंद्र नायक डायरेक्टर बालाजी ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल श्रीमती सरिता बृजमोहन अग्रवाल श्री संपत अग्रवाल श्री अमित पांडे ओएसडी विधानसभा अध्यक्ष श्री राम प्रताप जी उपस्थित थे सभी लोगों ने गुरुदेव से आशीर्वाद भी लिया समिति की ओर से मुख्य रूप से अजय भगत टेकराम पटले अशोक तल मले उमाकांत मिश्रा प्रमोद खरे विकास ठाकुर महेंद्र सिंघानिया अजय छत्रे गोपाल चेनानी संजय सराफ गिरधारी सराफ गोपाल राजपूत केसी पवार अजीत प्रजापति मुकेश प्रजापति राजेश अग्रवाल हिमांशु निगम शुभम नामदेव भंवर लाल प्रजापति सौरभ साहू देव प्रकाश प्रमोद शुक्ला सतीश शर्मा श्री बांके बिहारी अग्रवाल गोपाल भगत काशीराम साहू तथा भारी संख्या में समिति के सदस्यगण उपस्थित थे ।

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