
जश्ने ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में भी बज रहे डीजे से एक युवक कि हुई मौत
केन्द्र सरकार की ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण पॉलिसी कब लागू होगी छत्तीसगढ़ में?
अंबिकापुर (खबरगली) डीजे पर रोक का फरमान गणेश विसर्जन के लिए जारी हुआ है,लेकिन एक दो करवाई के बाद भी धड़ल्ले से डीजे बज रहा है...उत्साह में भक्तगण न बजाने से बाज आ रहे हैं और न ही प्रशासन रोक पाने में कामयाब, पहले भी देश और प्रदेश में दिल्ली धड़का देने वाली आवाज से कई मौतें हो चुकी हैँ अब छत्तीसगढ़ में एक बच्चे की मौत हो गई, अब तो प्रशासन को जागना चाहिए कि किसी और मौत का इंतजार करेंगे?
कोलाहल नियंत्रण अधिनियम में कब होगा संशोधन?
डीजे और साउंड बाक्स के कानफोड़ू शोर से लोगों को होने वाली परेशानियों को लेकर अगस्त में हाईकोर्ट में जनहित याचिका पर सुनवाई हुई थी। राज्य शासन की ओर से बताया गया कि कड़ी कार्रवाई के लिए राज्य के कोलाहल नियंत्रण अधिनियम में संशोधन किया जा रहा है। इसके लिए कैबिनेट में प्रक्रिया लंबित है। कोर्ट ने 4 सप्ताह में प्रक्रिया पूरी कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। याचिकाकर्ताओं की तरफ से बताया गया कि केन्द्र सरकार की ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण पॉलिसी के तहत पांच लाख रुपए तक की पेनाल्टी लगाए जाने का प्रावधान है। अभी एक या दो बार हजार-पांच सौ रुपए पेनाल्टी लगाकर छोड़ दिया जाता है। ना सामान की जब्ती होती है और ना ही कोई कड़े नियम बनाए गए हैं। छत्तीसगढ़ में इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है।
तेज आवाज से हुई बैचेनी... और मौत
ताजा मामला बलरामपुर जिले के राजपुर का है जहाँ गणेश विसर्जन के दौरान डीजे की तेज आवाज के बीच नाच रहे स्कूली अचानक छात्र अचेत हो गया। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया। लगभग 20 मिनट बाद पहुंचे चिकित्सक ने छात्र को मृत घोषित कर दिया। डीजे की तेज आवाज के कारण हृदयाघात से मौत की संभावना जताई जा रही है। राजपुर के महुआपारा निवासी ठेकेदार विकास गुप्ता का पुत्र प्रवीण गुप्ता (15) स्वामी आत्मानंद स्कूल राजपुर में कक्षा आठवीं की पढ़ाई करता था। शनिवार को वह गणेश पंडालों में पूजा - अर्चना में व्यस्त था। शाम को गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा था। प्रवीण भी विसर्जन में शामिल हुआ। अन्य लोगों के साथ प्रवीण भी डीजे में बज रहे गाने पर नृत्य कर रहा था। अचानक उसे बेचैनी होने लगी और वह जमीन पर गिर गया। इससे जुलूस में शामिल लोग हड़बड़ा गए।प्रवीण को तत्काल को पुलिस वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर ले जाया गया। बताया जा रहा है है कि अस्पताल में चिकित्सक नहीं थे। आपातकालीन सेवा में चिकित्सकों के नहीं होने पर लोगों ने नाराजगी जाहिर करनी शुरु कर दी थी इससे अस्पताल कर्मचारियों से कहासुनी भी हुई। जांच के बाद चिकित्सक ने प्रवीण को मृत घोषित कर दिया। इससे अस्पताल परिसर में शोक व आक्रोश का माहौल निर्मित हो गया।
बहरहाल इस घटना से राजपुर में शोक है। मृतक प्रवीण के दोस्त घटना से सदमे में है। उनका कहना है कि पता ही नहीं चला कि अचानक क्या हो गया। प्रवीण सुबह से खुश था। पूजा-अर्चना सभी ने साथ में ही की थी। संभावना है कि डीजे की तेज आवाज के कारण उसे ह्रदयाघात आया होगा। बलरामपुर जिले में डीजे पर प्रतिबंध को लेकर कहीं भी सख्ती नहीं दिखाई गई थी। नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में डीजे की शोर के बीच गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।
जश्ने ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में बज रहे डीजे से गई एक जान
रामनगर (उत्तराखंड)। जश्ने ईद मिलादुन्नबी का जुलूस शुक्रवार को रामनगर में खुशी और रौनक के साथ निकाला गया, लेकिन यह खुशियां अचानक मातम में बदल गईं। जहां जुलूस में शामिल एक युवक की डीजे की तेज आवाज के कारण तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई।घटना के बाद उत्सव का माहौल गमगीन हो गया और मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई। जानकारी के मुताबिक, रामनगर के शक्तिनगर निवासी कासिम सैफी पुत्र मुशर्रफ सैफी (22 वर्ष) जश्ने ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में शामिल होने गया था।रामनगर के भवानीगंज से शुरू हुआ जुलूस विभिन्न मार्गों से होते हुए रानीखेत रोड पर पहुंचा।इसी दौरान कासिम अपने दोस्तों के साथ डीजे की धुन पर जश्न मना रहा था। तभी अचानक डीजे की तेज धमक से उसकी तबीयत बिगड़ गई।
वहीं, इस घटना के बाद स्थानीय लोग डीजे की तेज आवाज को लेकर सवाल उठा रहे हैं, उनका कहना है कि तेज धमक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती है और प्रशासन को इस पर कड़ी रोक लगानी चाहिए, जश्न के मौके पर जिस तरह खुशियां मातम में बदलीं, उसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। हालांकि, मौत की असली वजह पता लगाया जा रहा है, लेकिन डीजे की तेज आवाज को मौत का कारण लोग मान रहे हैं।
- Log in to post comments